नई दिल्ली: politicians live longer दुनिया में कुछ ऐसे नेता होते हैं जो जनता के बीच अमिट छाप छोड़ जाते हैं। ऐसे नेताओं को सदियों तक याद किया जाता है। जैसे भारत की आजादी में अहम योगदान देने वाले मोहन दास करमचंद गांधी इन्हें महात्मा की उपाधी दी गई उन्हें अब महात्मा गांधी कहा जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि हम ये बात आपको क्यों बता रहे हैं। दरअसल नेताओं की उम्र को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। रिसर्च के बाद इस बात का खुलासा हुआ है कि नेता, आम लोगों की तुलना में कहीं ज्यादा जीवन जीते हैं।
politicians live longer शोध के मुताबिक, समय के साथ ये अंतर बढ़ता जा रहा है। 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी की शुरुआत में, अधिकांश देशों के नेताओं की मृत्यु दर सामान्य आबादी की तरह ही थी। लेकिन 20वीं शताब्दी के दौरान, मृत्यु दर का अंतर सभी देशों में व्यापक रूप से बढ़ गया।
यह शोध ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (University of Oxford) ने किया है और इसे यूरोपियन जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी (European Journal of Epidemiology) में प्रकाशित किया गया है। शोधकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, स्विटजरलैंड, यूके और अमेरिका सहित 11 देशों के 57,500 से ज्यादा नेताओं के डेटा पर शोध किया और इस नतीजे पर पहुंचे। टीम ने 1816 से 2017 के बीच, सभी देशों को राजनेताओं के रिकॉर्ड का विश्लेषण किया था।
इनमें महिला नेताओं की संख्या 3 प्रतिशत से 21 प्रतिशत के बीच है। शोध में यह भी पता चला कि महिलाएं, पुरुषों की तुलना में औसतन ज्यादा समय तक जीवित रहती हैं। वर्तमान में, स्विट्जरलैंड में आम लोगों और नेताओं के बीच जीवन प्रत्याशा (Life expectancy) का अंतर 3 साल है और अमेरिका में 7 साल साल। जबकि इटली में एक आम इंसान की मौत की संभावना, उसी उम्र और लिंग के नेताओं के मुकाबले 2.2 गुना ज्यादा होती है। न्यूजीलैंड में ये 1.2 गुना ज्यादा है।
Read More: दूसरी शादी करना चाहता था पति, विरोध करने पर देवर सास के साथ मिलकर किया पत्नी का ये हाल
ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से ऐसा हो सकता है। उदाहरण के लिए, 20वीं शताब्दी के शुरुआती 50 सालों में कुलीन और पेशेवर लोगों में धूम्रपान की दर ज्यादा थी। हालांकि, 1950 के दशक से दरों में गिरावट आ रही है। शायद, अध्ययन में इस बात का अनुमान भी लगाया गया है कि आम जनता की तुलना में नेताओं के बीच धूम्रपान की दरों में तेजी से गिरावट आई है।
ये भी माना जा रहा है कि इसके पीछे दिल के स्वास्थ्य का भी थोड़ा बहुत लेना-देना हो सकता है. राजनेताओं में दिल की बीमारी का जोखिम, आम लोगों की तुलना में ज्यादा होता है। लेकिन 1960 के दशक में एंटीहाइपरटेंसिव ड्रग्स व्यापक रूप से उपलब्ध होने लगीं, जिससे इलाज आसान हो गया। एक और बड़ा और शायद सबसे स्पष्ट कारण हो सकता है- पैसा और आर्थिक असमानता। राजनेताओं की सैलरी औसत आबादी की तुलना में ज्यादा होती है, जिससे वे दीर्घायु और स्वास्थ्य रहते हैं। वजह चाहे जो भी हो, यह साफ है कि नेताओं और सामान्य आबादी के बीच जीवन जीने का अंतर गहरा हो रहा है।
Read More: दूसरी शादी करना चाहता था पति, विरोध करने पर देवर सास के साथ मिलकर किया पत्नी का ये हाल
Politicians worldwide are far more likely to live longer than the general population, new research has revealed, reflecting the widening disparity between elites and everyday people currently wracking our world.https://t.co/UvxmPB8K9M
— IFLScience (@IFLScience) June 24, 2022
गुप्त रूप से धन देने के संबंध में ट्रंप के…
4 hours ago