किंशासा (कॉन्गो) 31 जनवरी (एपी) पोप फ्रांसिस ने मंगलवार को अफ्रीकी देश कॉन्गो और दक्षिण सुडान की छह दिवसीय यात्रा शुरू की।
पोप की इस यात्रा का मकसद इन दो देशों को शांति का संदेश देना है जो गरीबी व संघर्ष से जूझते रहे हैं। पोप के अनुसार ये देश ‘उपनिवेशवादी मानसिकता’ का भी सामना कर रहे हैं।
सहायता समूह उम्मीद कर रहे हैं कि फ्रांसिस की यात्रा दुनिया के इन दो संघर्षों पर प्रकाश डालेगी और अफ्रीका के सबसे खराब मानवीय संकटों पर अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करेगी।
पोप ने पिछले हफ्ते एसोसिएटिड प्रेस से कहा था, “ जी हां अफ्रीका में उथल-पुथल है और वह शोषकों के हमलों से जूझ रहा है।”
उनकी कॉन्गो की यात्रा पिछले साल जुलाई में होनी थी लेकिन उनकी घुटनों की तकलीफ की वजह से इसे टाल दिया गया था। वह कॉन्गो से दक्षिण सुडान जाएंगे।
एपी नोमान संतोष
संतोष
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सुबह ज्योतिषी के पास गई थी महिला, रात में घर…
2 hours agoखबर अमेरिका इजराइल ड्रोन हमला
2 hours ago