पॉजिटिव कोविड मामलों की सूचना नहीं देने पर जुर्माने के प्रावधान से जुड समस्याएं |

पॉजिटिव कोविड मामलों की सूचना नहीं देने पर जुर्माने के प्रावधान से जुड समस्याएं

पॉजिटिव कोविड मामलों की सूचना नहीं देने पर जुर्माने के प्रावधान से जुड समस्याएं

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:50 PM IST, Published Date : January 14, 2022/4:21 pm IST

रिचर्ड होल्डन, यूएनएसडब्ल्यू

केंसिंगटन (ऑस्ट्रेलिया), 14 जनवरी (द कन्वरसेशन) इस सप्ताह एनएसडब्ल्यू सरकार ने फैसला किया कि रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाने के बाद कोविड- 19 पॉजिटिव आने वाले किसी भी व्यक्ति को अपने टेस्ट के नतीजे (सर्विस एनएसडब्ल्यू ऐप या वेबसाइट के माध्यम से) की सूचना देनी होगी। ऐसा नहीं करने वाले पर एक हजार डॉलर का जुर्माना लग सकता है।

नया नियम 12 जनवरी से लागू हुआ (एक सप्ताह की छूट अवधि होगी)। पहले 24 घंटों में 80,000 से अधिक लोगों ने सकारात्मक परीक्षण दर्ज किए (1 जनवरी से दर्ज)। एक मायने में यह बहुत है। लेकिन चूंकि हमें किए गए परीक्षणों की कुल संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं है – सकारात्मक परिणाम की संख्या को छोड़ भी दें तो – इसे जांचना मुश्किल है।

जुर्माने का खतरा कई सवाल उठाता है, पहली बात यह है कि सरकार को कैसे पता चलेगा कि आप कोविड पॉजिटिव हैं और आपने इसकी सूचना नहीं दी है? बुधवार को, एनएसडब्ल्यू प्रीमियर डोमिनिक पेरोटेट ने स्वीकार किया कि इसे लागू करना कठिन होगा, यह कहते हुए: राज्य भर में स्पष्ट रूप से ऐसे क्षेत्र हैं जहां ऐसे कानून हैं जिन्हें दूसरों की तुलना में लागू करना कठिन है, यह स्पष्ट रूप से एक है जिसे लागू करना कठिन होगा , इसके बारे में कोई संदेह नहीं है।

इसे देखते हुए, यह जानना मुश्किल है कि इस तरह का दंड घोषित करने का क्या मतलब है। वास्तव में, आर्थिक सिद्धांत और व्यवहार अनुसंधान दोनों ही यह सुझाव देते हैं कि यह नियम अपने उद्देश्य को हासिल नहीं कर पाएगा।

1. जुर्माना एक हतोत्साह के रूप में कार्य करता है

अर्थशास्त्री इन नियमों को ‘‘अनुबंध सिद्धांत’’ के लेंस के माध्यम से देखते हैं।

नियम प्रोत्साहन पैदा करते हैं जो कुछ व्यवहारों को प्रोत्साहित या हतोत्साहित करते हैं। इस मामले में, मान लीजिए कि आप कोरोना पॉजिटिव आते हैं। यदि आप इसके परिणाम के रूप में अपने आप को अलग थलग रखते हैं, क्योंकि नियमों के बिना भी ऐसा करना सही है, तो सच्चाई से परिणाम की सूचना देने पर आपको कोई नतीजा नहीं भुगतना पड़ता है (जब तक कि यह करना आसान है, जो कि अधिकांश लोगों के लिए है)।

लेकिन अगर आप खुद को अलग-थलग नहीं करेंगे, तो परिणाम के बारे में सच्चाई से सूचना देने का क्या परिणाम होगा। एनएसडब्ल्यू में आपको कोविड-19 का निदान होने पर आत्म-पृथक करने के दायित्वों का पालन करने में विफल रहने पर 5,000 डॉलर के जुर्माने का सामना करना पड़ता है। अब यह आप पर है कि आप परिणाम के संबंध में सूचना न देकर 1,000 डॉलर के जुर्माने की कम संभावना या अलग-थलग करने में विफल रहने पर 5,000 डॉलर के जुर्माने की उच्च संभावना को चुनते है।

तो ऐसे में एक व्यक्ति टेस्ट कराने के प्रति ही हतोत्साहित होता है- जो कि, आखिरकार, अधिकांश के लिए वैकल्पिक है। इसका मतलब है कि कम परीक्षण किए जाएंगे, उसके विपरीत जो अधिकारी चाहते हैं।

2. जुर्माना अच्छे व्यवहार को समाप्त कर सकता है

हार्वर्ड के दार्शनिक माइकल सैंडल जैसे कुछ विद्वानों का तर्क है कि चीजों पर एक डॉलर का मूल्य लगाने से लोग उनके बारे में सौदेबाजी के तरीके से सोचने लगते हैं। नो-स्टैंडिंग ज़ोन में वाहन खड़ा करना अब ‘‘गलत’’ नहीं है, इसके लिए बस एक तरह का शुल्क है। दूसरे शब्दों में, जुर्माना नागरिक गुणों को नष्ट कर सकता है।

इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण व्यवहारिक अर्थशास्त्री उरी गनीज़ी और एल्डो रुस्तिचिनी द्वारा माता-पिता को अपने बच्चों को समय पर बाल देखभाल केंद्रों से लेने के लिए प्रोत्साहित करने के तरीकों पर एक अध्ययन से आता है।

माता-पिता के देर से आने का मतलब था कि स्टाफ को देर तक रूकना पड़ेगा। अध्ययन में देर से पिकअप को रोकने के लिए जुर्माना लगाने वाले कुछ केंद्रों को शामिल किया गया। लेकिन जुर्माना वास्तव में अधिक देर से पिकअप का कारण बना। माता-पिता अब इतना दोषी महसूस नहीं करते थे। समय पर होना अब एक सामाजिक मानदंड नहीं रह गया था। उन्हें लगता था कि अगर वह समय पर आने के नियम की अवहेलना कर रहे हैं तो जुर्माना भरकर उसकी भरपाई कर रहे हैं। तो, यह इस सप्ताह के 1,000 डॉलर के जुर्माने के नियम के साथ भी हो सकता है। पकड़े जाने की संभावना नहीं होने की स्थिति में, कुछ लोग जुर्माने को कोई महत्व नहीं देंगे।

3. जुर्माना कानून का मजाक बना सकता है

सकारात्मक आरएटी परीक्षणों की सूचना देने में विफल रहने पर 1,000 डॉलर के जुर्माने के बारे में अंतिम विचार उन कानूनों की समस्या से संबंधित है जिन्हें लागू नहीं किया जा सकता है। एनएसडब्ल्यू सरकार ने माना कि नये नियम की निगरानी करना मुश्किल होगा और यह ज्यादातर मैसेजिंग के बारे में है।

उपभोक्ता सेवा मंत्री के अनुसार, ‘‘अगर हमने इस पर जुर्माना नहीं लगाया तो लोग कहेंगे कि आप इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।’’ लेकिन यह सिर्फ कानून को मजाक में बदलने जैसा है। कानूनों का खुलेआम ‘‘मजाक’’ किया जाना कानून के शासन को ही नुकसान पहुंचाता है।

नियम ठीक करना।

ये तीन पूरक दृष्टिकोण इस बात की ओर इशारा करते हैं कि एक सकारात्मक रैपिड एंटीजन परीक्षण की सूचना देने में विफल रहने वाले व्यक्ति पर 1,000 डॉलर का जुर्माना लगाना अपने आप में एक गलत विचार है।

लोगों के लिए सही काम करना सुविधाजनक बनाना अच्छा है (यही सेवा एनएसडब्ल्यू ऐप करता है)। लोगों को सही काम करने के लिए प्रोत्साहित करना अच्छा है। यह वास्तव में अच्छा होगा यदि बहुत सारे आरएटी उपलब्ध हों (आदर्श रूप से मुफ्त या इसके करीब) ताकि लोगों के पास खुद को, अपने परिवार और अपने समुदायों को सशक्त बनाने और उनकी रक्षा करने के लिए जानकारी हो।

यह इनमें से कुछ भी नहीं करता है इसलिए ऐसा नियम बनाना गलत है जो कानून का उपहास उड़ाए और जिससे फायदे की बजाय नुकसान होने की अधिक संभावना हो।

द कन्वरसेशन एकता एकता

एकता

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)