रूस के कब्जे में आए यूक्रेन के क्षेत्रों में चल रहा है जनमत संग्रह |

रूस के कब्जे में आए यूक्रेन के क्षेत्रों में चल रहा है जनमत संग्रह

रूस के कब्जे में आए यूक्रेन के क्षेत्रों में चल रहा है जनमत संग्रह

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:06 PM IST, Published Date : September 23, 2022/3:18 pm IST

कीव, 23 सितंबर (एपी) रूस के कब्जे में आए यूक्रेन के क्षेत्रों में शुक्रवार को जनमत संग्रह शुरू हुआ। इस जनमत संग्रह से यह निर्धारित होगा कि ये क्षेत्र रूस का अभिन्न हिस्सा बनेंगे अथवा नहीं। रूस से जुड़े अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

क्रेमलिन की योजना के अनुरूप कराए जा रहे इस जनमत संग्रह का यूक्रेन तथा पश्चिमी देशों ने व्यापक रूप से निंदा की है और इसे बिना किसी कानूनी बल के की गई कार्रवाई करार दिया। जनमत संग्रह को रूस द्वारा क्षेत्र के कब्जे की ओर बढ़ाये गए एक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।

मतदान लुहांस्क, आंशिक तौर पर रूस के कब्जे में आए जापोरिज्जिया और दोनेत्स्क क्षेत्र में रहा है। वहीं खेरसॉन में भी शुक्रवार को सुबह मतदान शुरू होने की उम्मीद है। इस क्षेत्र पर भी रूस का पूरा कब्जा है।

यह निर्धारित करने के लिए मतदान हो रहा है कि लोग इन क्षेत्रों को रूस में शामिल किए जाने की इच्छा रखते हैं अथवा नहीं और माना जा रहा है कि परिणाम रूस के पक्ष में रहेंगे। इससे रूस को यह दावा करने का मौका मिलेगा कि क्षेत्रों पर पुन: कब्जा करने के यूक्रेनी बलों के प्रयास वास्तव में रूस पर हमला हैं।

जनमत संग्रह से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 3,00,000 ‘रिजर्विस्ट’ (आरक्षित सैनिक) की आंशिक तैनाती की घोषणा की थी।

मतदान पांच दिन तक चलेगा। मतदान के बीच रूस के सोशल मीडिया मंच पर भावुक कर देने वाली तस्वीरों की बाढ़ आ गई।

इन तस्वीरों में लोग सैन्य केन्द्रों के लिए रवाना होने वाले अपनों को गले लगाकर उन्हें विदाई देते नजर आए।

देश के लगभग सभी शहरों से पुरुष रवाना होने से पहले भावुक हुए अपने परिजनों से गले मिलते और उन्हें सांत्वना देते नजर आए। रूस के युद्ध विरोधी कार्यकर्ताओं ने इन तैनाती के खिलाफ और प्रदर्शन करने की योजना तैयार की है।

अधिकारियों ने बताया कि जनमत संग्रह के पहले चार दिन चुनाव अधिकारी लोगों के घरों पर मतपत्र लेकर जाएंगे और रिहायशी इमारतों के नजदीक हर अस्थाई मतदान स्थल बनाएंगे।

दोनेत्स्क क्षेत्र के अलगाववादी नेता दानिश पुशिलिन ने इन जनमत संग्रह को ‘‘ ऐतिहासिक मील का पत्थर’’ बताया।

रूस के संसद के निचले सदन ‘स्टेट ड्यूमा’के स्पीकर वी वोलोडिन ने शुक्रवार को एक ऑनलाइन बयान में कब्जे वाले क्षेत्रों को संबोधित करते हुए कहा ‘‘यदि आप रूसी संघ का हिस्सा बनने का फैसला करते हैं तो हम आपका समर्थन करेंगे।’’

एपी

शोभना संतोष

संतोष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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