चाकू से हमले के ‘दु:स्वपन’ से बाहर निकल रहे हैं सलमान रुश्दी : लेखक की पूर्व पत्नी पद्मा लक्ष्मी |

चाकू से हमले के ‘दु:स्वपन’ से बाहर निकल रहे हैं सलमान रुश्दी : लेखक की पूर्व पत्नी पद्मा लक्ष्मी

चाकू से हमले के ‘दु:स्वपन’ से बाहर निकल रहे हैं सलमान रुश्दी : लेखक की पूर्व पत्नी पद्मा लक्ष्मी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:01 PM IST, Published Date : August 15, 2022/12:15 am IST

(योषिता सिंह)

न्यूयॉर्क (अमेरिका), 14 अगस्त (भाषा) प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी की पूर्व पत्नी पद्मा लक्ष्मी और लेखक के एजेंट ने रविवार को बताया कि उनकी हालत पहले से बेहतर है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।

गौरतलब है कि मुंबई में जन्मे लेखक को शुक्रवार को न्यूयॉर्क में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान एक युवक ने चाकू मार दी थी। अमेरिकी प्रशासन ने इस घटना को ‘‘लक्षित, बिना किसी उकसावे के और पूर्व नियोजित’’ हमला बताया है।

प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी अब जीवन रक्षक प्रणाली (वेंटीलेटर) पर नहीं हैं और बात भी कर रहे हैं। उन पर शुक्रवार को न्यूयॉर्क में चाकू से हमला हुआ था।

रुश्दी (75) और चेन्नई में जन्मी पद्मा लक्ष्मी की शादी 2004 में हुई थी और उन्होंने 2007 में तलाक ले लिया था। पेशे से लेखिका और लोकप्रिय टीवी शो ‘टॉपशेफ’ की होस्ट लक्ष्मी (51) रुश्दी की चौथी पत्नी थीं।

लक्ष्मी ने ट्वीट किया है, ‘‘चिंता कुछ कम हुई है, सलमान रुश्दी शुक्रवार के दु:स्वपन से उबर रहे हैं। चिंतित हूं, शब्द नहीं मिल रहे हैं, लेकिन अब राहत की सांस ले सकते हैं। उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना करती हूं।’’

न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, रुश्दी के एजेंट एंड्रयू विली ने कहा, ‘‘उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। स्वस्थ होने में समय लगेगा; चोट गंभीर है, लेकिन उनकी सेहत में सुधार हो रहा है।’’

विवादास्पद लेखक रुश्दी को ‘‘द सैटेनिक वर्सेज’’ लिखने के बाद वर्षों तक इस्लामी चरमपंथियों से मौत की धमकियों का सामना करना पड़ा था। उन्हें न्यूजर्सी के 24-वर्षीय निवासी हादी मतार ने पश्चिमी न्यूयॉर्क राज्य में एक कार्यक्रम में चाकू मार दिया था।

चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन के अध्यक्ष माइकल हिल ने शनिवार रात को ट्वीट किया, ‘‘सलमान रुश्दी अब वेंटीलेटर पर नहीं हैं और बातचीत कर रहे हैं। सभी लोग दुआएं कर रहे हैं।’’ रुश्दी के एजेंट एंड्रयू विली ने भी अमेरिकी मीडिया में इस खबर की पुष्टि की।

मतार द्वार चाकू घोंपे जाने के बाद रुश्दी (75) को वेंटीलेटर पर रखा गया था। इससे पहले शनिवार को मतार ने अदालत में पेश होने के दौरान हत्या के प्रयास के आरोप स्वीकार नहीं किए और उसे जमानत देने से इनकार कर दिया गया।

मतार पर हत्या की कोशिश का आरोप लगाया गया है,लेकिन उसने आरोप स्वीकार नहीं किए हैं। जिस वक्त उसे अदालत में पेश किया गया वह काली और सफेद धारियों का जम्पसूट पहने हुए था।

चौटाउक्वा काउंटी के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी जैसन स्मिथ ने अदालत में रुश्दी की चोटों की जानकारी दी। लेखक को उनकी गर्दन के दाएं ओर चाकू लगने के तीन घाव, पेट में चाकू लगने के चार घाव, दायीं आंख और सीने पर घाव तथा दायीं जांघ पर घाव हुआ है।

स्मिथ ने आरोप लगाया, ‘‘यह श्रीमान रुश्दी पर लक्षित, बिना उकसावे का और पूर्व नियोजित हमला था।’’

मतार अगर इन आरोपों में दोषी पाया जाता है तो उसे 32 साल तक की जेल की सजा हो सकती है।

दुनियाभर के नेता और साहित्य जगत के लोग इस हमले से स्तब्ध हैं तथा उन्होंने इसकी निंदा की है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने शनिवार को एक बयान में कहा कि वह और प्रथम महिला जिल बाइडन लेखक पर ‘‘विद्वेषपूर्ण’’ हमले के बारे में जानकर ‘‘स्तब्ध और दुखी’’ हैं।

बाइडन ने कहा, ‘‘सलमान रुश्दी मानवता के प्रति अपनी गहरी समझ, कहानी बयां करने की अपनी बेजोड़ कला, निर्भीकता, जरूरी चीजों के लिए खड़े होने और सार्वभौमिक आदर्शों के लिए जाने जाते हैं । उनमें बिना डर के अपने विचारों को साझा करने की शक्ति है। ये गुण किसी भी स्वतंत्र एवं मुक्त समाज की नींव हैं। आज हम रुश्दी तथा अभिव्यक्ति की आजादी के लिए खड़े सभी लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए अमेरिकी मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पुन: दोहराते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी अमेरिकियों और दुनियाभर में लोगों के साथ उनके स्वस्थ होने की दुआ कर रहे हैं। मैं प्राथमिक चिकित्सा कर्मियों और बहादुर लोगों का आभारी हूं, जो रुश्दी की मदद करने और हमलावर को काबू में करने के लिए तुरंत हरकत में आए।’’

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि वह रुश्दी पर हमले के बारे में जानकार ‘‘स्तब्ध’’ हैं। उनके प्रवक्ता ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘‘महासचिव प्रख्यात उपन्यासकार सलमान रुश्दी पर हमले के बारे में जानकार स्तब्ध हैं। हिंसा किसी भी रूप में बोले या लिखे गए शब्दों का जवाब नहीं है।’’

ईरान के दिवंगत नेता अयातुल्ला रुहल्ला खमेनी ने रुश्दी की किताब ‘द सैटनिक वर्सेज’ के लिए उनकी मौत का आह्वान करते हुए 1989 में एक फतवा जारी किया था, जिसके बाद रुश्दी वर्षों तक पुलिस सुरक्षा में रहे।

‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ में प्रकाशित एक खबर में कहा गया है कि अभियोजकों के अनुसार, रुश्दी पर तकरीबन 10 वार किए गए। रुश्दी पर हमला पूर्व नियोजित था। मतार हमला करने के लिए बस से यात्रा करके आया था तथा उसने कार्यक्रम का पास खरीदा था।

भाषा अर्पणा सुरेश

सुरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)