सिंगापुर ने पर्यटन अभियान के साथ भारत संग राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया

सिंगापुर ने पर्यटन अभियान के साथ भारत संग राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया

सिंगापुर ने पर्यटन अभियान के साथ भारत संग राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया
Modified Date: October 30, 2025 / 06:12 pm IST
Published Date: October 30, 2025 6:12 pm IST

सिंगापुर, 30 अक्टूबर (भाषा) सिंगापुर ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उसकी सरजमीं पर जनवरी से सितंबर तक 9,23,211 भारतीय पर्यटक पहुंचे जो तीन प्रतिशत की वृद्धि है।

सिंगापुर पर्यटन बोर्ड (एसटीबी) के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘भारत से आगंतुकों को आकर्षित करने के लिए, हमने कई विपणन साझेदारियां की हैं और आगंतुकों की अधिक सहभागिता बढ़ाने तथा भारतीय यात्रियों को आकर्षक पैकेज प्रदान करने के लिए कई बिक्री प्रचार अभियान शुरू किए हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत और सिंगापुर के 60 वर्षों के द्विपक्षीय संबंधों के उपलक्ष्य में, हमने 2025 की शुरुआत में ‘जस्ट बिटवीन अस फ्रेंड्स’ पहल शुरू की है, जिसके तहत भारतीय पर्यटक सिंगापुर में विशेष सुविधाओं और पेशकश का आनंद ले सकते हैं।’’

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आगंतुकों को प्रमुख शॉपिंग सेंटर और पर्यटन आकर्षणों पर छूट की पेशकश की गई, जिनमें कैपिटलैंड मॉल, चांगी एयरपोर्ट, ज्वेल चांगी एयरपोर्ट, आईओएन ऑर्चर्ड, पैरागॉन, सेंटोसा आइलैंड और मुस्तफा सिंगापुर शामिल हैं।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘खुदरा लाभ के अलावा, हमने भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम के साथ भी सहयोग किया है, जिससे भारतीय आगंतुकों को 1,30,000 से अधिक यूपीआई-सक्षम मर्चेंट पर निर्बाध भुगतान का आनंद लेने में सक्षम बनाया जा सके, जिसमें स्टारबक्स, बाचा कॉफी, चार्ल्स एंड कीथ, सबवे जैसे प्रमुख ब्रांड और चांगी हवाई अड्डे पर शुल्क मुक्त स्टोर (शिला, लोटे, द कोको ट्रीज) शामिल हैं।’’

इस गति को आगे बढ़ाते हुए, एसटीबी ने जुलाई 2025 में इंडिगो के साथ एक वर्ष के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य विशेष किराए, क्यूरेटेड सिंगापुर पैकेज और शहर के जीवंत आकर्षणों और पेशकश पर प्रकाश डालने वाले सह-ब्रांडेड अभियानों के साथ सुगमता को बढ़ाना है।

वर्ष 2024 में, भारतीय पर्यटकों ने सिंगापुर में औसतन 6.33 दिन बिताए, जो अन्य अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के औसत से अधिक है।

भाषा नेत्रपाल संतोष

संतोष


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