द.कोरिया के राष्ट्रपति ने देश की मीडिया पर अमेरिका के साथ सबंध खराब करने का लगाया आरोप |

द.कोरिया के राष्ट्रपति ने देश की मीडिया पर अमेरिका के साथ सबंध खराब करने का लगाया आरोप

द.कोरिया के राष्ट्रपति ने देश की मीडिया पर अमेरिका के साथ सबंध खराब करने का लगाया आरोप

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:01 PM IST, Published Date : September 26, 2022/1:42 pm IST

सियोल, 26 सितंबर (एपी) दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने देश की मीडिया पर अमेरिका के साथ सबंध खराब करने का सोमवार को आरोप लगाया।

गौरतलब है कि टीवी प्रसारक ‘मुन्हवा ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन’ (एमबीसी) ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें यून कथित तौर पर अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों तथा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का अपमान करते दिख रहे हैं। वीडियो पिछले सप्ताह उनकी न्यूयॉर्क यात्रा का है, जहां वह संयुक्त राष्ट्र महासभा की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे।

यून ने सोमवार को कनाडा यात्रा सम्पन्न करने के बाद कहा कि मीडिया दक्षिण कोरिया की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। ‘‘ तथ्यों से परे ऐसी खबरों से गठबंधन को नुकसान पहुंच सकता है।’’

यून ने कहा कि खबरों के पीछे का ‘‘सत्य’’ सामने आना चाहिए। वहीं, ‘कंजर्वेटिव पीपल पावर पार्टी’ ने एमबीसी के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।

वीडियो में आवाज स्पष्ट नहीं है। हालांकि यून को कथित तौर पर फिर भी कुछ अपशब्द का इस्तेमाल करते हुए सुना जा सकता है। वीडियो साझा करते हुए एमबीसी ने लिखा, ‘‘ क्या यह बाइडन के लिए बहुत आपत्तिजनक नहीं होगा……’’

एमबीसी के वीडियो के प्रसारित होने के बाद यून के कई प्रतिद्वंद्वियों ने उनकी आलोचना की और इससे एक बड़ी भूल करार दिया है।

यून के कार्यालय ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि वह (यून) अमेरिकी कांग्रेस या बाइडन के बारे में बात नहीं कर रहे थे।

यून की प्रवक्ता किम यून हे ने बृहस्पतिवार को कहा था कि वह (यून) दक्षिण कोरिया की विपक्ष नियंत्रित नेशनल असेंबली के 10 करोड़ डॉलर के योगदान की उनकी योजना को अस्वीकार करने को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे थे।

गौरतलब है कि यून और बाइडन ने एक बैठक के बाद एड्स, तपेदिक और मलेरिया से लड़ने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय अभियान के तहत ‘ग्लोबल फंड’ के समर्थन की घोषणा की थी।

बाइडन प्रशासन ने 2025 तक इसके लिए छह अरब डॉलर का वादा किया है, हालांकि कांग्रेस ने अभी इसकी मंजूरी नहीं दी है। वहीं, यून सरकार ने 10 करोड़ डॉलर का योगदान देने की घोषणा की है।

एपी निहारिका माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)