लंदन, 12 नवंबर (एपी) ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर ने बुधवार को यह कहने से इनकार कर दिया कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से आग्रह करेंगे कि वह बीबीसी पर एक अरब अमेरिकी डॉलर का मुकदमा करने की धमकी वापस ले लें।
ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) ने ट्रंप के 2020 के राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद उनके एक भाषण के एक हिस्से को संपादन कर हटा दिया था।
ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में साप्ताहिक सवाल-जवाब में, लिबरल डेमोक्रेट के नेता एड डेवी ने स्टार्मर से पूछा कि क्या वह ट्रंप और ब्रिटिश सार्वजनिक प्रसारणकर्ता (बीबीसी) के बीच विवाद में हस्तक्षेप करेंगे, और इस विचार को खारिज करेंगे कि ब्रिटिश लोग अमेरिकी राष्ट्रपति को पैसे देंगे।
इसका सीधा जवाब देने के बजाय, स्टार्मर ने बीबीसी के महानिदेशक टिम डेवी के रविवार को इस्तीफ़े की घोषणा के बाद से ब्रिटिश सरकार द्वारा अपनाये गए रुख को दोहराया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक मजबूत और स्वतंत्र बीबीसी में विश्वास करता हूं। कुछ लोग चाहते हैं कि बीबीसी का अस्तित्व ही न रहे, मैं उनमें से नहीं हूं।’’
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘जहां गलतियां होती हैं, उन्हें अपने घर को व्यवस्थित करने की ज़रूरत होती है।’’
फ़ॉक्स न्यूज़ पर मंगलवार को प्रसारित एक साक्षात्कार में, ट्रंप ने कहा था कि वह बीबीसी पर मुकदमा करने की अपनी धमकी पर आगे बढ़ने का इरादा रखते है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि ऐसा मुझे करना ही होगा क्योंकि मेरा मानना है कि उन्होंने जनता को धोखा दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार भी किया है।’’
राष्ट्रपति के वकील, एलेजांद्रो ब्रिटो ने बीबीसी को यह धमकी ट्रंप के 6 जनवरी 2021 के भाषण को एक वृत्तचित्र में संपादित किये जाने के तरीके को लेकर भेजी है।
पत्र में राष्ट्रपति से माफ़ी मांगने और वृत्तचित्र के साथ-साथ ट्रंप के बारे में अन्य ‘‘झूठे, अपमानजनक, भ्रामक या भड़काऊ बयानों’’ को ‘‘पूरी तरह और निष्पक्ष रूप से’’ वापस लेने की मांग की गई है।
पत्र में कहा गया है कि अगर बीबीसी शुक्रवार शाम 5 बजे तक मांगों को पूरा नहीं करता है, तो ट्रंप अपने कानूनी अधिकारों का उपयोग करेंगे।
यह विवाद 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से कुछ दिन पहले बीबीसी की प्रमुख समसामयिक मामलों की श्रृंखला ‘‘पैनोरमा’’ के एक संस्करण से संबंधित है, जिसका शीर्षक ‘‘ट्रंप: एक दूसरा मौका?’’ था।
बीबीसी के चेयरमैन समीर शाह ने इस भ्रामक संपादन के लिए सोमवार को माफी मांगी थी।
एपी सुभाष पवनेश
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