महिला वॉलीबॉल प्लेयर का सिर कलम, क्रूरता की हदें पार कर परिवार को तालिबान ने दी ये धमकी | The beheading of a female volleyball player, the Taliban threatened the family by crossing the limits of cruelty

महिला वॉलीबॉल प्लेयर का सिर कलम, क्रूरता की हदें पार कर परिवार को तालिबान ने दी ये धमकी

महिला वॉलीबॉल प्लेयर का सिर कलम, क्रूरता की हदें पार कर परिवार को तालिबान ने दी ये धमकी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:38 PM IST, Published Date : October 20, 2021/9:53 pm IST

काबुल: तालिबान (Taliban) की सत्ता में क्रूरता न हो ऐसा संभव नहीं दिखता। दरअसल, तालबिन की एक और क्रूर हरकत सामने आई है, जिसमें उसके लड़ाकों ने अफगानिस्तान की जूनियर नेशनल वॉलीबॉल महिला खिलाड़ी का सिर कलम कर दिया है। फुटबाल टीम की कोच के हवाले से खबर है कि महजबीन हाकीमी (Mahjabeen Hakimi) अफगानिस्तान की जूनियर महिला वॉलीबॉल टीम में खेलती थीं, अक्टूबर महीने की शुरुआत में उनका सिर कलम कर हत्या कर दी गई।

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एक इंटरव्यू में, अफगान महिला वॉलीबॉल राष्ट्रीय टीम की कोच ने महजबीन कि सिर कलम कर हत्या किए जाने की पुष्टि की है। इस निर्मम हत्या के बारे में किसी को कानोकान भनक तक नहीं लगी। तालिबान के लड़ाकों ने खिलाड़ी के परिवार को इस बारे में बात न करने की धमकी दी थी, महजबीन, अशरफ गनी सरकार के पतन से पहले काबुल नगर पालिका वॉलीबॉल क्लब के लिए खेली थी, और क्लब के स्टार खिलाड़ियों में से एक थी। कुछ दिनों पहले, उसके कटे हुए सिर और खून से लथपथ गर्दन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं थी।

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महजबीन हाकीमी हजारा जातीय समूह से ताल्लुक रखती थी, हजारा अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक हैं, तालिबान इनसे नफरत करता है और प्रताड़ित करता है। हजारा अफगानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा जातीय समूह और एक धार्मिक अल्पसंख्यक है, सुन्नी बहुल अफगानिस्तान में लगभग 10 प्रतिशत मुसलमान शिया हैं और उनमें से लगभग सभी हजारा हैं, तालिबान और इस्लामिक स्टेट सुन्नी हैं।

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अफगान महिला राष्ट्रीय वॉलीबॉल टीम की कोच ने कहा कि अगस्त में तालिबान के कंट्रोल से पहले टीम के कुछ खिलाड़ी देश से भागने में सफल रहे, महजबीन हकीमी यहां से भागने में असफल रहीं। तालिबान के सत्ता में आने के बाद खेलों, खास तौर पर महिलाओं के खेलों पर कड़े प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं, देश में काफी कम महिला खिलाड़ी बची हैं। ज्यादातर महिला खिलाड़ी देश से बाहर निकल चुकी हैं।