वाशिंगटन, 29 जून (भाषा) व्हाइट हाउस की एक पूर्व कर्मी ने अमेरिकी संसद भवन परिसर (कैपिटल) में हुए दंगों की गवाही देते हुए कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने छह जनवरी की रैली में सशस्त्र प्रदर्शनकारियों को लेकर अपनी सुरक्षा संबंधी चेतावनियों को खारिज कर दिया था और अपने समर्थकों से जुड़ने के लिए वह रैली में शामिल होना चाहते थे।
संसद की एक समिति 2021 में हुए दंगों की जांच कर रही है और कैसिडी हचिंसन ने समिति के समक्ष मंगलवार को अपनी गवाही देते हुए यह टिप्पणी की।
हचिंसन ने कहा कि क्रोधित ट्रंप उस दिन सशस्त्र प्रदर्शनकारियों को अपनी चुनावी हार का विरोध करने के लिए रैली में सुरक्षा जांच से बचाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने लोगों को कैपिटल के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी थी। उन्होंने कहा कि जब रैली हिंसक हो गई तो ट्रंप ने हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने अपने उच्च अधिकारी और व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज का हवाला देते हुए कहा, ‘ट्रंप को नहीं लग रहा था कि वे लोग कोई गलत काम कर रहे हैं।’
हचिंसन ने व्हाइट हाउस के अंदर और बाहर के घटनाक्रम का विस्तृत ब्योरा पेश किया। ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन से मिली हार को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे।
एपी अविनाश नेत्रपाल
नेत्रपाल
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