न्यूयॉर्क, 25 अप्रैल (एपी) इजराइल-हमास के बीच जारी युद्ध के खिलाफ अमेरिका के अनेक हिस्सों में छात्रों का विरोध-प्रदर्शन और तेज हो गया है और छात्रों ने कॉलेजों से इजराइल का समर्थन करने वाले निवेश को बंद करने की मांग की है।
इन छात्रों की यह भी मांग है कि अमेरिका को इजराइल के साथ कारोबार बंद कर देना चाहिए। छात्र अपनी इस मांग के सिलसिले में अभियान भी चला रहे हैं। इस मांग का छात्रों की, फलस्तीन संबंधी इजराइली नीतियों के खिलाफ दशकों पुरानी उनकी मुहिम से संबंध है। इजराइल-हमास युद्ध ने इस मुहिम को धार दे दी है।
पिछले सप्ताह कोलंबिया विश्वविद्यालय में इजराइल के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे 100 से अधिक छात्रों को गिरफ्तार किए जाने के बाद दूसरी जगहों पर इसी तरह के विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। मैसाचुसेट्स से कैलिफोर्निया तक छात्र अब सैकड़ों की संख्या में कॉलेज परिसरों में इकट्ठा हो कर तंबू शिविर लगा रहे हैं और अपनी मांगें पूरी होने तक वहीं डेरा डालने के लिए कह रहे हैं।
कोलंबिया में विरोध कर रहे महमूद खलील ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र 2002 से इजराइल का समर्थन करने वाले निवेश को बंद करने पर जोर दे रहे हैं। ‘‘हम उनसे इजराइल में निवेश न करने का आह्वान कर रहे हैं। ’’
उन्होंने कहा, ”गाजा में हो रहे नरसंहार के लिए विश्वविद्यालय को कुछ करना चाहिए। उन्हें निवेश बंद करना चाहिए।”
दक्षिणी इजराइल पर सात अक्टूबर को हमास के घातक हमले के बाद कैंपस में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। उस दौरान गाजा के इस्लामिक चरमपंथियों ने लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी और लगभग 250 को बंधक बना लिया था।
छात्र विश्वविद्यालयों से उन कंपनियों के निवेश बंद करने की मांग कर रहे हैं जो गाजा में इजराइल के सैन्य प्रयासों को आगे बढ़ा रही हैं। साथ ही कुछ मामलों में वे इजराइल से ही निवेश बंद करने की भी मांग कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन से छात्रों की मांग है कि उन सैन्य हथियार निर्माताओं के साथ व्यापार करना बंद किया जाए जो इजराइल को हथियारों की आपूर्ति कर रहे हैं।
एपी प्रीति मनीषा
मनीषा