जब भारतीयों की प्रगति होती है तो विश्व के विकास को भी गति मिलती है : मोदी |

जब भारतीयों की प्रगति होती है तो विश्व के विकास को भी गति मिलती है : मोदी

जब भारतीयों की प्रगति होती है तो विश्व के विकास को भी गति मिलती है : मोदी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:09 PM IST, Published Date : September 25, 2021/10:50 pm IST

(योषिता सिंह)

संयुक्त राष्ट्र, 25 सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि जब भारतीय प्रगति करेंगे, तो उससे विश्व के विकास को भी बल मिलेगा क्योंकि भारत की संवृद्धि दुनिया से जुड़ी हुई है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 76 वें सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज विश्व का हर छठा व्यक्ति भारतीय है।

उन्होंने हिन्दी में कहा, ‘‘जब भारतीयों की प्रगति होती है, तो विश्व के विकास को भी गति मिलती है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘जब भारत बढ़ेगा तो विश्व बढ़ेगा। जब भारत सुधार करेगा तब विश्व का कायापलट होगा।’’

उन्होंने कहा कि भारत में हो रहे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आधारित नवोन्मेष विश्व की बहुत मदद कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे टेक सॉल्यूशंस का स्केल और उनकी कम लागत, दोनों अतुलनीय हैं। हमारे यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए आज भारत में हर महीने 350 करोड़ से ज्यादा ट्रांजेक्शन (लेनदेन) हो रहे हैं। ’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत का टीका आपूर्ति मंच ‘कोविन’ एक ही दिन में करोड़ों खुराक देने के लिए डिजिटल सहयोग उपलब्ध करा रहा है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘सेवा परमो धर्म: को जीने वाला भारत सीमित संसाधनों के बावजूद टीका विकास और उसके विनिर्माण में जी-जान से जुटा हुआ है।

उन्होंने कहा कि भारत समन्वित समतामूलक विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।

मोदी ने कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता समावेशी व सार्वभौम होनी चाहिए और ऐसी होनी चाहिए जिसमें सभी को लाभ हो।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले सात साल में भारत ने 43 करोड़ लोगों को बैंकिग प्रणाली से जोड़ा है। आज, 36 करोड़ लोगों को बीमा कवरेज मिल गया है जो पहले इसकी कल्पना नहीं कर सकते थे। ’’

उन्होंने कहा कि 50 करोड़ लोगों को अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा देकर भारत ने उन्हें गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच दी है।

उन्होंने पेयजल की समस्या के मुद्दे पर कहा, ‘‘भारत इस चुनौती से निपटने के लिए 17 करोड़ घरों तक पाइप से स्वच्छ जल पहुंचाने को सुनिश्चित करने का एक बहुत बड़ा अभियान चला रहा है।’’

उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जिनके पास भूमि और मकान पर मालिकाना हक नहीं हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘आज, हम भारत में 6,00,000 गांवों का सर्वे करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसा कर हम लोगों को उनके मकान और जमीन के डिजिटल रिकार्ड दे रहे हैं। ये रिकार्ड लोगों के लिए बैंक से रिण लेने में भी मददगार होंगे। ’’

भाषा

सुभाष दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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