जिनेवा, 29 नवंबर (एपी) कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ से दुनियाभर में चिंता पैदा होने के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लयूएचओ) कोविड-19 जैसी महामारियों के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के तौर तरीकों पर चर्चा करने के लिए सदस्य देशों का एक विशेष सत्र आयोजित कर रहा है।
विशेष विश्व स्वास्थ्य सभा में मसौदा प्रस्ताव एक महामारी संधि या कानूनी रूप से बाध्य व्यवस्था की दिशा में काम करने का आह्वान करेगा, जो किसी नयी महामारी से पहले अंतराष्ट्रीय स्तर पर तैयारियों को गति प्रदान करेगा।
यूरोपीय आयोग के सदस्य देशों व अन्य देशों ने इस कवायद को संधि नाम देने की मांग की है लेकिन अमेरिका और कुछ अन्य देशों ने कहा है कि इस जैसे दस्तावेज का नामकरण करने से पहले किसी संधि की विषयवस्तु पर काम करने की जरूरत है।
‘संधि’, एक कानूनी बाध्यकारी समझौता होगी जिसके लिए अनुमोदन करने की जरूरत होगी और इससे कुछ देशों को घरेलू राजनीतिक अड़चन का सामना करना पड़ सकता है।
जिनेवा में ब्रिटेन के राजदूत साइमन मैनले ने मसौदे की एक प्रति ट्वीट की जिसपर आम सहमति बनी है, जो डब्ल्यूएचओ नियमों के तहत इस तरह के मुद्दों पर जरूरी है।
उन्होंने ट्वीट में लिखा है, ‘‘ओमीक्रोन स्वरूप ने एक बार फिर प्रदर्शित किया है कि क्यों हमें महामारी के प्रति तैयारी व मुकाबला करने के लिए एक साझा सहमति की जरूरत है।’’
सोमवार को यह तीन दिवसीय बैठक डिजिटल रूप से शुरू हुई।
एपी सुभाष नेत्रपाल
नेत्रपाल
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