संयुक्त राष्ट्र प्रमुख और यूएनजीए के अध्यक्ष समेत विश्व नेताओं ने वाशिंगटन हिंसा पर चिंता व्यक्त की

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख और यूएनजीए के अध्यक्ष समेत विश्व नेताओं ने वाशिंगटन हिंसा पर चिंता व्यक्त की

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख और यूएनजीए के अध्यक्ष समेत विश्व नेताओं ने वाशिंगटन हिंसा पर चिंता व्यक्त की
Modified Date: November 29, 2022 / 08:50 pm IST
Published Date: January 7, 2021 8:52 am IST

(योषिता सिंह)

संयुक्त राष्ट्र, सात जनवरी (भाषा) संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष नेतृत्व ने वाशिंगटन डीसी यूएस कैपिटल बिल्डिंग में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा की गई हिंसा पर चिंता व्यक्त की है।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, ‘‘ महासचिव वाशिंगटन डीसी के यूएस कैपिटल में हुई घटनाओं से दुखी हैं।’’

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संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा, ‘‘ ऐसी स्थिति में, यह महत्वपूर्ण है कि राजनीतिक नेता अपने समर्थकों को हिंसा से दूर रहने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया और कानून के शासन में विश्वास करने के लिए राजी करें।’’

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर ने भी ट्वीट किया, ‘‘वाशिंगटन डीसी के कैपिटल में आज जो हुआ, उससे काफी दुखी और चिंतित हूं। अमेरिका विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक है। मेरा मानना है कि इस कठिन समय में हमारे मेजबान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए शांति और सम्मान प्रबल होगा।’’

दुनिया भर में संसदीय वार्ता और लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए काम करने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन इंटर पार्लियामेंट्री यूनियन (आईपीयू) ने भी हिंसा की इस घटना की भर्त्सना की है।

संगठन ने एक बयान में कहा कि आईपीयू और संसदीय समुदाय यूएस कैपिटल बिल्डिंग (संसद भवन) में हिंसा और हमले की घटना की निंदा करता है।

आईपीयू ने कहा, ‘‘अमेरिका की जनता द्वारा चुने गये प्रतिनिधियों और लोकतंत्र का सम्मान होना चाहिए।’’

आईपीयू के अध्यक्ष डुअर्ट पाचेको ने कहा, ‘‘मैं अमेरिका में संवैधानिक और लोकतांत्रिक व्यवस्था के उल्लंघन के प्रयास की निंदा करता हूं।’’

अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थक अमेरिकी कैपिटल में घुस गए और पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई। इन घटनाओं में चार लोगों की मौत हुई और कई लोग घायल भी हुए। साथ ही नए राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन के नाम पर मोहर लगाने की संवैधानिक प्रक्रिया बाधित हुई।

भाषा सुरभि नरेश

नरेश


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