काठमांडू, 19 मई (भाषा) नेशनल ज्योग्राफिक सोसाइटी के विशेषज्ञ दल ने माउंट एवरेस्ट पर 8,830 मीटर की ऊंचाई पर ‘दुनिया का सबसे ऊंचा मौसम केंद्र’ स्थापित किया है जिससे मौसम संबंधी अनेक घटनाक्रमों को स्वत: मापा जा सकेगा। नेपाल की मीडिया में बृहस्पतिवार को यह खबर सामने आई।
नेपाल के जलविज्ञान और मौसमविज्ञान के विभाग (डीएचएम) ने कहा कि स्वचालित मौसम केंद्र को पिछले सप्ताह पर्वत के शिखर बिंदु (8,848.86 मीटर) से कुछ नीचे स्थापित किया गया है क्योंकि पर्वत की चोटी पर पड़ने वाली बर्फ उपकरण लगाने के लिहाज से कारगर नहीं है।
सौर ऊर्जा से संचालित मौसम निगरानी प्रणाली से वायु तापमान, हवा की गति और दिशा, हवा का दबाव, बर्फ की सतह की ऊंचाई में बदलाव आदि मौसम विज्ञान संबंधी घटनाक्रम को मापा जा सकता है।
अमेरिका में अप्पलाचियान स्टेट यूनिवर्सिटी के जलवायु विज्ञानी बेकर पैरी के नेतृत्व में नेट जियो के दल में अनेक पर्वतारोही और वैज्ञानिक शामिल थे। इनमें से अधिकतर मौसम केंद्र की स्थापना के लिए दुनिया की सर्वोच्च पर्वत श्रृंखला पर पहुंचे थे।
‘द हिमालयन टाइम्स’ की खबर के अनुसार दल ने नेपाल के एवरेस्ट क्षेत्र में एक महीने का समय बिताया और अन्य केंद्रों के रख-रखाव का काम भी किया।
भाषा वैभव पवनेश
पवनेश
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