जेलेंस्की ने जी-7 देशों से कहा : यूक्रेन की सेना को तत्काल मदद की जरूरत |

जेलेंस्की ने जी-7 देशों से कहा : यूक्रेन की सेना को तत्काल मदद की जरूरत

जेलेंस्की ने जी-7 देशों से कहा : यूक्रेन की सेना को तत्काल मदद की जरूरत

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:05 PM IST, Published Date : June 27, 2022/9:47 pm IST

एल्माउ (जर्मनी), 27 जून (एपी) यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोमवार को रूस के खिलाफ आने वाले महीनों में अपनी सेना की स्थिति में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित किया, जबकि दुनिया की सात बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों (जी-7) के नेताओं ने यूक्रेन को हरसंभव सहयोग देने का संकल्प जताया।

जी-7 के नेताओं ने जेलेंस्की के साथ वीडियो लिंक के जरिये बातचीत की और यूक्रेन के पुनर्निर्माण में मदद के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए रूसी तेल के मूल्यों पर अंकुश लगाने, रूस के सामान पर शुल्क बढ़ाने तथा नयी पाबंदियां लगाने के इरादे जताए।

अमेरिका भी रूस के खिलाफ जंग में मदद के लिए यूक्रेन को सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली देने की घोषणा करने वाला है। इसके साथ, जी-7 के नेता रूस के खिलाफ कुछ नयी पाबंदियों की घोषणा कर सकते हैं।

जी-7 की ओर से सहयोग की घोषणा और रूस को सजा देने के प्रयासों का उल्लेख तब आया है जब जेलेंस्की ने खुले तौर पर चिंता जताई कि पश्चिमी देश युद्ध लंबा चलने के कारण थक चुके हैं। जी-7 के तीन दिवसीय सम्मेलन में रूस के तेल के मूल्यों को नियंत्रित करने तथा रूसी अर्थव्यवस्था को निशाना बनाने वाली पाबंदियों को लेकर बातचीत अंतिम दौर में है। जी-7 के वित्त मंत्री इन मुद्दों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान ने कहा कि जेलेंस्की का अनुरोध वायु रक्षा प्रणाली उपलब्ध कराने तथा वित्तीय दायित्वों की पूर्ति के लिए आर्थिक सहयोग करने को लेकर था। सुलिवान ने कहा कि ज्यादातर बातचीत इस बात को लेकर थी कि राष्ट्रपति जेलेंस्की युद्ध की दिशा को किस तरह आंकते हैं।

फ्रांस के वरिष्ठ राजनयिक के अनुसार, जेलेंस्की ने नेताओं से कहा है कि अब रूस से बातचीत का समय नहीं रहा, क्योंकि उन्हें (जेलेंस्की को) पहले अपनी स्थिति मजबूत करनी होगी। राजनयिक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जेलेंस्की ने कहा, ‘‘वह बातचीत करेंगे लेकिन तब, जब वह इस स्थिति में पहुंच जाएंगे।’’

अमेरिका ने रूस से आयातित 570 किस्म के उत्पादों पर नए शुल्क लगाने की भी घोषणा की है। इसके साथ ही, रूस की रक्षा आपूर्ति को निशाना बनाने के लिए अन्य पाबंदियां भी लगाई जाने वाली हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन नॉर्वे में विकसित एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम ‘नासाम्स’ की खरीद की घोषणा कर सकते हैं। अमेरिका व्हाइट हाउस समेत अन्य संवेदनशील प्रतिष्ठानों की रक्षा के लिए ‘नासाम्स’ प्रणाली का इस्तेमाल करता है।

बाइडन यूक्रेन सरकार को अपने खर्चों के लिए 7.5 अरब डॉलर प्रदान करने की प्रतिबद्धता की भी घोषणा करेंगे। यह यूक्रेन को दिए जाने वाले 40 अरब डॉलर के हथियार और आर्थिक पैकेज के तहत होगा। बाइडन ने इस संबंध में एक कानून पर पिछले महीने हस्ताक्षर किए थे।

जी-7 के नेताओं ने यूक्रेन पर ध्यान के साथ तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के सोमवार के सत्र की शुरुआत की। बाद में, उनके साथ पांच उभरती हुई अर्थव्यवस्था वाले देशों-भारत, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका, सेनेगल और अर्जेंटीना के नेता भी जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा और अन्य मुद्दों पर चर्चा में जुड़ेंगे। शिखर सम्मेलन के मेजबान जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा कि यूक्रेन के बारे में जी-7 देशों की नीतियां काफी हद तक एक समान हैं और उन्हें मजबूत तथा सावधान रहने की जरूरत है।

बाइडन ने रविवार को कहा, ‘‘हमें एक साथ रहना होगा, क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को शुरू से ही यह उम्मीद थी कि किसी तरह नाटो और जी-7 में फूट पड़ जाएगी लेकिन वह नहीं हुआ और हम यह नहीं होने देंगे।’’

एपी

सुरेश माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)