मनेंद्रगढ़। छतीसगढ़ की पहली विधानसभा भरतपुर सोनहत के शेराडाँड़ गांव में केवल पांच मतदाता हैं, जिनके मतदान के लिए यहां प्रशासन द्वारा मतदान केंद्र बनाया जाएगा । यह मतदान केंद्र छतीसगढ़ का सबसे छोटा मतदान केंद्र है सम्भवतः देश का भी सबसे छोटा मतदान केंद्र शेराडाँड़ ही है । पंद्रह साल पहले दो हजार आठ में यह मतदान केंद्र तब सुर्खियों में आया जब यहां केवल दो मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र एक झोपड़ी में बनाया गया था । IBC24 दुर्गम रास्तों और नदी को पारकर इस गांव में किसी तरह पहुचा । देखिए आईबीसी 24 की ये एक्सक्लूसिव रिपोर्ट ।
कोरिया जिले के सोनहत ब्लाक के चंदहा ग्राम पंचायत का आश्रित गांव है शेराडाँड़ । घने जंगलों के बीच इस शेराडाँड़ में केवल तीन घर है । एक घर मे साठ साल के महिपाल राम नामक बुजुर्ग अकेले रहते है । दूसरे घर मे रामप्रसाद चेरवा अपनी पत्नी सिंगारो और चार बच्चों के साथ रहता है जबकि तीसरे घर मे दसरु राम अपनी पत्नी सुमित्रा और एक बेटी के साथ निवास करता है। इसके दो बेटे गांव से बाहर रहकर पढ़ाई करते हैं ।
इन तीन घरों को मिलाकर कुल पांच मतदाता है जिसमें तीन पुरुष और दो महिला मतदाता है। इनमें से दसरू राम, अपना परिवार लेकर यहां पांच साल पहले जशपुर से आकर बसा है। वह और उसकी पत्नी सुमित्रा शेराडाँड़ में पहली बार मतदान करेंगे। शेराडाँड़ में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान कराने के लिए मतदान दल गांव के पास से निकली मुड़की नदी को पार कर यहां पहुचते हैं।
शेराडाँड़ का यह मतदान केंद्र क्रमांक 143 भरतपुर सोनहत विधानसभा क्रमांक एक मे आता है । दो हजार आठ से यहां अब तक झोपड़ी तैयार कर मतदान कराया जाता रहा है लेकिन अब यहां एक पक्के भवन का निर्माण हो गया है जिसमे इस बार के चुनाव में मतदान संपन्न होगा। मतदान दल यहां दो दिन पहले ट्रैक्टर वाहन के माध्यम से पहुंच पाते हैं और दो रात यहीं रुककर मतदान करवाते हैं । हर बार यहां सौ फीसदी मतदान होता है । इसके अलावा इसी विधानसभा के कांटो में 12 मतदाता तो रेवला में 23 मतदाता हैं जो दुर्गम क्षेत्र में है। चंदहा से शेराडाँड़ तक पांच किलोमीटर तक सड़क और पुल न होने से जाने में काफी परेशानी भी होती है ।