न्यू दिल्ली: आईबी यानी भारत के ख़ुफ़िया विभाग की तरफ से संसय समय पर देश के अतिविशिष्ट लोगों के सुरक्षा की समीक्षा की जाती है। इस समीक्षा के बाद उनकी सुरक्षा स्तर में बड़ा बदलाव भी किया जाता है। यह कभी बढ़ाया जाता है तो कई मौकों पर इनमे कटौती भी की जाती है।
बहरहाल ताजा खबर विदेश मंत्री और पूर्व नौकरशाह एस जयशंकर को लेकर है। बताया गया है कि उनकी सुरक्षा स्तर बढ़ोत्तरी की गई है। पहले उन्हें वाई कैटगरी की सुरक्षा हासिल थी वही इसे बढ़ाकर जेड कर दिया गया है। इस तरह Z श्रेणी में 36 सीआरपीएफ कमांडो जयशंकर की सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की सुरक्षा को बढ़ाकर ‘Z’ श्रेणी कर दिया गया है: सूत्र
(फाइल तस्वीर) pic.twitter.com/y372bg7Ws5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 12, 2023
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, विदेश मंत्री एस जयशंकर की जान को खतरा बढ़ा है। इंटेलिजेंस ब्यूरो की थ्रेट रिपोर्ट के बाद जयशंकर की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया गया है। जयशंकर मोदी कैबिनेट के सबसे मुखर मंत्रियों में शुमार हैं। उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के सबसे विश्वस्त मंत्रियों में भी गिना जाता है। उनके कार्यकाल में भारतीय विदेश नीति में आक्रामकता आई है।
गृह विभाग के एक आंकड़े के मुताबिक़ भारत में फिलहाल करीब 450 लोगों को अलग-अलग श्रेणियों का सुरक्षा कवच मिला हुआ है। इनमें से एक दर्जन से ज्यादा को जेड प्लस कैटगरी की सुरक्षा मिली हुई है। भारत में बड़े नेताओं और अधिकारीयों को सुरक्षा के लिए सिक्यूरिटी दी जाती है। खतरों को देखते हुए सरकार जेड प्लस, जेड, वाई या एक्स कैटगरी की सुरक्षा देने का फैसला करती है। इस तरह की सुरक्षा पाने वालों में नेताओं के आलावा खिलाड़ी और एक्टर भी होते है।
दरअसल जेड प्लस कैटगरी में 36 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। 10 एसपीजी और एनएसजी कमांडो होते है और बाकी पुलिस होते है। खतरों को देखते हुए ही जेड प्लस, जेड, वाई या एक्स कैटगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया जाता है। सुरक्षा पाने वाले अधिकांश केंद्र सरकार के मंत्री, मुख्यमंत्री, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के न्यायाधीश और कुछ सीनियर ब्यूरोक्रेट्स होते हैं। वही, जेड कैटगरी में 22 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। साथ ही एस्कॉर्ट कार भी होती है। इसके अलावा वाई कैटगरी भी होती है जिसमें 11 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। एक्स कैटगरी में मात्र 2 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं।