Chunavi Chaupal in Dondi-Lohara : Voter Opinion of Dondi-Lohara

Chunavi Chaupal in Dondi-Lohara : यहां जीत की हैट्रिक लगाने से चूक जाती हैं पार्टियां, क्या 2023 में बदल जाएगा विधायक? जानें क्या कहती है जनता

यहां जीत की हैट्रिक लगाने से चूक जाती हैं पार्टियां : Chunavi Chaupal in Dondi-Lohara : Voter Opinion of Dondi-Lohara

Edited By :   Modified Date:  March 22, 2023 / 08:02 PM IST, Published Date : March 22, 2023/8:01 pm IST

बालोदः Chunavi Chaupal in Dondi-Lohara छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाला है। ऐसे में दोनों प्रदेशों की राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। वहीं अब सियासत भी गर्म होने लगी है। पक्ष और विपक्ष के बीच योजनाओं को लेकर जमकर बयानबाजी देखने को मिल रही है।

इस चुनावी साल में IBC24 एक बार फिर आपके पास पहुंच रहा है। हम अपने कार्यक्रम चुनावी चौपाल के जरिए आपसे संवाद कर आपके मुद्दों को जानेंगे। आज हमारी टीम छत्तीसगढ़ के डौंडीलोहारा विधानसभा पर पहुंची और लोगों से वहां की समस्याओं और विधायक के प्रदर्शन को लेकर बातचीत की। तो चलिए जानते हैं डौंडीलोहारा विधानसभा सीट का हाल…

Chunavi Chaupal in Dondi-Lohara छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में आने वाली इस विधानसभा सीट की कुल आबादी 3 लाख के करीब है। मतदाताओं की संख्या की बात करें तो यहां 2 लाख 15 हजार 144 लोग चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं। यहां के कुल 271 ग्राम पंचायतें हैं। यह विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है।

दिलचस्प है यहां की सियासत

Chunavi Chaupal in Dondi-Lohara जमींदारी प्रथा में जमींदार के खिलाफ 1947 में आवाज बुलंद करने वाली इस विधानसभा सीट की सियासत काफी दिलचस्प रहा है। इस सीट पर कभी भी एक पार्टी का वर्चस्व नहीं रहा है। जनता अपने विधायक को दोबारा मौका तो देती है, लेकिन तीसरी बार किसी भी पार्टी पर विश्वास नहीं करती है। जनता नई पार्टी विधायक चुन लेती है। सियासी इतिहास भी यही कहता है। पिछले चुनावों के परिणामों को देखें तो राज्य बनने के बाद हुए विधानसभा चुनाव में यहां से दो बार कांग्रेस और दो बार भारतीय जनता पार्टी ने कब्जा जमाया है।

जातिगत समीकरणों की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा अनुसूचित जनजाति वर्ग के मतदाता रहते हैं। किसी भी पार्टी को जीताने में यह वर्ग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि दूसरी जातियां भी किसी भी परिणाम को पलटने की माद्दा रखती हैं। यही वजह है कि इस सीट पर राजनीतिक पार्टियां फूंक-फूंक कर अपना कदम रखती है। और सभी वर्ग को संतुष्ट करने की जुगत करती है।

क्या था पिछला परिणाम

2018 में हुए विधानसभा चुनाव में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। यहां से कांग्रेस की अनिला भेंडिया और भाजपा के होरीलाल रवाते चुनावी मैदान में थे। कड़े मुकाबले में यहां कांग्रेस के अनिला भेंडिया ने भाजपा प्रत्याशी को 33103 मतों के अंतर से हराया। दूसरी बार विधायक चुने जाने के बाद कांग्रेस पार्टी ने अनिला भेंडिया को कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी दी। वर्तमान में अनिला भेंडिया के पास महिला एवं बाल विकास विभाग है।

2013 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट
अनिला भेंडिया, कांग्रेस, कुल वोट मिले 66026
होरीलाल रवाते, बीजेपी, कुल वोट मिले 46291

2008 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट
नीलिमा सिंह, बीजेपी, कुल वोट मिले 41534
अनिता कुमेती, कांग्रेस, कुल वोट मिले 37547

2003 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट
लाल महेंद्र सिंह, बीजेपी, कुल वोट मिले 46147
डोमेन्द्र भेड़िया, कांग्रेस, कुल वोट मिले 35404

इस बार क्या कहती है यहां की जनता

जब हमने डौंडीलोहारा की जनता से विधायक के प्रर्दशन और स्थानीय मुद्दों पर बात की तो मिला-जुला रिस्पॉस मिला। हालांकि एक बड़े तबके के मतदाता विधायक के काम से संतुष्ट नजर आएं। वहीं कई लोग विधायक के काम को नापंसद किया।एक मतदाता ने कहा कि कांग्रेस सरकार आने के पहले यहां समस्या बहूत थी, लेकिन मंत्री अनिला भेंडिया के प्रयासों से यहां विकास के काम हुए हैं। एक महिला मतदाता ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में विकास के काम तेजी से हो रहा है।

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