नई दिल्ली: हिंदी पट्टी के तीन बड़े राज्यों में कांग्रेस को मिली बड़ी हार पर आज कांग्रेस हाईकमान विचार करेगा। नतीजों की समीक्षा के लिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ दीपका बैज पहले ही राजधानी पहुँच गए है। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी, राहुल गाँधी और मल्लिकार्जुन खरगे के साथ नेताओं की मीटिंग होगी और सभी हार के वजहों को तलाशेंगे। इसके अलावा आने वाले लोकसभा चुनावों में भी पार्टी के भावी रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ समेत मध्य प्रदेश और राजस्थान में निराशाजनक प्रदर्शन किया है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जहां उनकी सरकार की रवानगी हो गई तो वही मध्यप्रदेश में सत्ता में वापसी का सपना भी चकनाचूर हो गया। चुनावों में मिली हार से कांग्रेस खेमे में सन्नाटा पसरा हुआ है, नेता मौन है। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा कि सरकार विरोधी लहर नहीं होने के बावजूद कई संभागो में उनका सूपड़ा साफ़ कैसे हो गया? खासकर सरगुजा संभाग में जहाँ कांग्रेस को सभी 14 सीटों और रायपुर के सात सीटों पर हार सामना करना पड़ा है।
इसी तरह कांग्रेस कैबिनेट के 13 में से 9 मंत्री भी अपनी सीटें नहीं बचा पाए। जीतने वालों में पूर्व सीएम भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष रहे डॉ चरण दास महंत, अनिल भेड़िया जैसे नाम ही शामिल है। कांग्रेस जिसने पिछले चुनाव में रिकॉर्ड 68 सीटें हासिल की थी वह इस बार 35 सीटों पर आकर सिमट गई। बीजेपी की झोली में 54 जबकि गोंगपा के खाते में एक सीट आई है।
Chunav ki Baat: पहले चरण की रेस… समर अभी है…
1 week ago