Gujarat Election Result: लगातार सात बार बने विधायक, आज तक नहीं हरा सका कोई दिग्गज, जानिए इस नेता का चुनाव में क्या है हाल |

Gujarat Election Result: लगातार सात बार बने विधायक, आज तक नहीं हरा सका कोई दिग्गज, जानिए इस नेता का चुनाव में क्या है हाल

Gujarat Election Result इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन राज्य में आजतक का सबसे शानदार प्रदर्शन होगा। बीजेपी को मिलने वाली जीत साल 2002 की जीत से भी बड़ी होगी। 2002 में बीजेपी ने 127 सीटें जीती थीं।

Edited By :   Modified Date:  December 8, 2022 / 03:13 PM IST, Published Date : December 8, 2022/3:12 pm IST

Gujarat Election Result: गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना के रुझानों को देखें तो बीजेपी एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ सूबे की सत्ता पर काबिज हो रही है। इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन राज्य में आजतक का सबसे शानदार प्रदर्शन होगा। बीजेपी को मिलने वाली जीत साल 2002 की जीत से भी बड़ी होगी। 2002 में बीजेपी ने 127 सीटें जीती थीं।

गुजरात के चुनावी रण में इस बार ऐसे उम्मीदवार ने भी जीत दर्ज की है, जिसे बीते 32 साल से कोई नहीं हरा सका है। वो चाहे निर्दलीय लड़ लें या किसी पार्टी से लड़ लें या पार्टी को बदल कर लड़ लें जीत उन्हीं की होती है। इस उम्मीदवार का नाम प्रभु बा मानेक है। वह बीते 32 सालों से द्वारका सीट पर विधानसभा चुनाव जीतते आये हैं। इस बार भी बीजेपी की तरफ से द्वारका सीट से ही मैदान में उतरे है। अब तक के रुझान के अनुसार प्रभु बा मानेक को द्वारका सीट से 65723 वोट और 41.62 वोट प्रतिशत से आगे चल रहे हैं। 2017 के चुनाव में प्रभु बा मानेक को 73 हजार 471 वोट मिले थे।

द्वारका में कुल मतदाताओं की संख्या दो लाख 61 हजार से अधिक है, जिनमें से एक लाख 36 हजार से अधिक पुरुष और एक लाख 25 हजार से अधिक महिला मतदाता हैं। इसी विधानसभा में पांच ट्रांसजेंडर वोटर भी हैं। इसी सीट पर कांग्रेस के तरफ से अहीर मुलुभाई रणमलभाई कंदोरिया चुनावी रण में उतर हैं, जिन्हें 57943 वोट का समर्थन मिला और 36.95 वोट से दूसरे स्थान पर रहे।

1990 में पहली बार चुनावी मैदान में उतरे

प्रभु बा मानेक ने पहली बार 1990 में चुनाव लड़ा था और तब से वो कभी भी चुनाव नहीं हारे, बीजेपी के द्वारका सीट पर पिछले दस सालों से कब्जा है। वह तीन बार इंडिपेंडेंट, एक बार कांग्रेस से और तीन बार BJP से चुनाव लड़े, लेकिन कभी नहीं हारे। साल 2007 में उन्होंने पीएम मोदी के कहने पर बीजेपी से चुनाव लड़ा और तभी से इस पार्टी में हैं।

प्रभु बा मानेक के विधायक बनने की कहानी काफी दिलचस्प है, 1990 में उन्होंने पहली बार दोस्तों के कहने पर मस्ती-मस्ती में विधानसभा चुनाव का पर्चा भर दिया, लेकिन परिवार को ये मंजूर नहीं था। इस बीच द्वारका के गांव वालों का एक हुजूम मानेक के परिवार घर पहुंच गया और उनसे फरियाद की कि वो पर्चा वापस ना लें, ऐसे में परिवार वालों ने गांव वालों की बात मान ली और उन्होंने पर्चा भर दिया और वो पहली बार में ही जीतकर विधायक बन गए।

शिपिंग, ट्रांसपोर्ट और रियल एस्टेट का कारोबार

प्रभुबा मानेक खुद शिपिंग, ट्रांसपोर्ट और रियल एस्टेट के बिजनेस में हैं, उन्होंने इस बार 144 करोड़ रुपए की संपत्ति डिक्लेयर की है। इसमें पत्नी और परिवार के नाम पर जो संपत्ति है, वो भी शामिल है।

बता दें कि दोपहर 2 बजे तक के मतगणना के दौरान बीजेपी 158 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस महज 16 सीटों में सिमटकर रह गई। आम आदमी पार्टी 05 सीटों पर आगे है जबकि अन्य को 03 सीटों पर बढ़त है।