बिहार में अग्निपथ विरोधी आंदोलन और तेज, उपमुख्यमंत्री के घर पर हमला,

बिहार में अग्निपथ विरोधी आंदोलन और तेज, उपमुख्यमंत्री के घर पर हमला,

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  • Publish Date - June 17, 2022 / 06:07 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 10:41 AM IST

पटना, 17 जून (भाषा) तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए घोषित अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार में नाराज युवाओं का प्रदर्शन तीसरे दिन शुक्रवार को और तेज हो गया और प्रदर्शनकारियों ने उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के घर पर हमला किया तथा रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।

प्रदर्शनों के कारण कई जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ।

उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने आरोप लगाया, ‘‘बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी विपक्षी दलों द्वारा उकसाए गए गुंडों की करतूत है। भाजपा नेताओं पर लक्षित हमले क्या बताते हैं। बेतिया में मेरे घर पर हमला किया गया। खिड़कियों के शीशे और अंदर खड़ी एक कार क्षतिग्रस्त हो गई।’’

उन्होंने कहा कि गनीमत रही कि अंदर बैठे लोगों में से कोई घायल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के एक भाई के पेट्रोल पंप में तोड़फोड़ की गई है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह कई कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए हेलीकॉप्टर से बेतिया जाने की योजना बना रही थीं लेकिन कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए उन्हें अपना दौरा टालना पड़ा।

बेतिया से सटे मोतिहारी में भाजपा विधायक विनय बिहारी की कार पर पथराव किया गया। विधायक व उनके चालक को कोई चोट नहीं आई। वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।

भाजपा नेताओं पर यह हमला पार्टी विधायक अरुणा देवी के नवादा में पथराव की घटना में घायल होने के एक दिन बाद हुआ है जहां उग्र भीड़ ने पार्टी कार्यालय को भी आग के हवाले कर दिया था।

कटिहार जिले की पुलिस ने रेणु देवी के अनुभव से सबक लेते हुए प्रदेश के दूसरे उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के घर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है ।

पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने सैकड़ों समर्थकों के साथ डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शन किया जिससे भारी ट्रैफिक जाम हो गया। छात्रों ने वहां से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित करगिल चौक पर विशाल प्रदर्शन किया और अशोक राजपथ पर मार्च किया।

पप्पू यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘युवाओं का अग्निपथ योजना से आक्रोशित होना स्वाभाविक है। वे सशस्त्र बलों में अपनी जान जोखिम में डालकर शामिल होंगे और चार साल बाद बिना किसी पेंशन लाभ के बाहर कर दिए जाएंगे।’’

उन्होंने नयी व्यवस्था से रक्षा पेंशन खर्च में कमी आने की दलीलों का उपहास करते हुए कहा कि ऐसी बात उस देश में मायने नहीं रखती है जहां एक दिन के लिए भी सांसद या विधायक बनने पर आजीवन पेंशन की सुविधा मिलने लगती है।

पटना विश्वविद्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने कहा कि अगर सरकार को लगता है कि इस तरह से पेंशन के भार को कम किया जा सकता है तो उन्हें सांसदों और विधायकों की पेंशन खत्म कर देनी चाहिए और उनका कार्यकाल कम कर देना चाहिए।

इस बीच उग्र भीड़ ने लखीसराय, समस्तीपुर और दानापुर में चार ट्रेनों और बेतिया और रोहतास में एक-एक रेल इंजन में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने पटना के बाहरी इलाके दीदारगंज में एक टोल प्लाजा और नवादा में एक पुलिस जीप को भी आग के हवाले कर दिया ।

भाषा अनवर राजकुमार अविनाश

अविनाश