पटना, 16 अगस्त (भाषा) बिहार के नए मंत्रिमंडल में मंगलवार को शामिल किए गए प्रमुख मंत्रियों का संक्षिप्त विवरण:
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले विजय कुमार चौधरी (जदयू -जनता दल यूनाइटेड) 1982 से बिहार विधानसभा के सदस्य हैं।
बिहार की नयी महागठबंधन सरकार में चौधरी को वित्त, वाणिज्यि कर और संसदीय मामलों के विभागों का जिम्मा सौंपा गया है।
चौधरी पहले बिहार विधानसभा के अध्यक्ष, राज्य विधानसभा में जदयू विधायक दल के नेता तथा बिहार सरकार में शिक्षा, जल संसाधन, ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, सूचना एवं जनसंपर्क, कृषि एवं पशु एवं मत्स्य संसाधान मंत्री रह चुके हैं।
चौधरी को आवंटित वित्त विभाग इससे पूर्व अधिकांश समय के लिए जदयू के सहयोगी दलों के पास रहा है।
बिहार में जयप्रकाश नारायण के 1974 के आंदोलन से राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले जदयू के श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास विभाग दिया गया है। पिछली राजग सरकार में उनके पास यही विभाग था।
नालंदा से 1995 से विधायक रहे श्रवण कुमार भी मुख्यमंत्री के करीबी माने जाते हैं।
जदयू से एक अन्य मंत्री अशोक चौधरी जिनके पास पिछला पोर्टफोलियो (भवन निर्माण) है, वे 2014 से बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं। 2000 के बिहार विधानसभा चुनाव में चौधरी ने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में बरबीघा विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। 2013 में उन्हें बिहार कांग्रेस कमेटी का प्रमुख नियुक्त किया गया और 2014 में बिहार विधान परिषद के सदस्य के रूप में चुना गया। चौधरी 2018 में कांग्रेस छोड़ जदयू में शामिल हो गए थे।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के पुत्र सुधाकर सिंह को कृषि विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। सिंह ने 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद के टिकट पर रामगढ़ विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी।
जदयू से एक बार फिर मंत्री बनी शीला कुमारी, जो फूलपारस विधानसभा सीट से विधायक हैं, को उनके पुराने विभाग (परिवहन) की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। 2020 के विधानसभा चुनाव में शीला ने कांग्रेस के कृपानाथ ठाकुर और लोजपा के बिनोद कुमार सिंह को हराया था।
कांग्रेस से मंत्री बनाए गए मोहम्मद अफाक आलम ने 2005, 2010, 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में कस्बा सीट से जीत हासिल की थी। आलम को पशु एवं मत्स्य संसाधान विभाग आवंटित किया गया है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से मंत्री बनायी गयी लेशी सिंह धमदाहा सीट से पांचवीं बार विधायक हैं और उन्हें उनके पुराने विभाग (खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण) की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। लेशी पूर्व में बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष थीं।
भाषा अनवर अर्पणा
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