अब यह साबित हो गया कि आरसीपी सिंह जद (यू) की सहमति के बिना मंत्री बने : अशोक चौधरी
अब यह साबित हो गया कि आरसीपी सिंह जद (यू) की सहमति के बिना मंत्री बने : अशोक चौधरी
पटना, आठ जुलाई (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी ने शुक्रवार को जोर दिया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में अपने कार्यकाल के लिए आरसीपी सिंह का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना इस बात का ‘सबूत’ है कि तत्कालीन जद (यू) अध्यक्ष पार्टी की सहमति के बिना ही मंत्री बन गए थे।
राज्य के प्रभावशाली मंत्री अशोक चौधरी ने सिंह पर उनके उस बयान को लेकर भी निशाना साधा कि वह अपनी क्षमताओं से राजनीति में आगे बढ़े।
चौधरी जद (यू) की राज्य इकाई के अध्यक्ष रह चुके हैं।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैंने कल यहां आरसीपी सिंह का बयान सुना। नीतीश कुमार का उल्लेख किए बिना प्रधानमंत्री के प्रति उनका आभार जताना इस बात का सबूत है कि उन्होंने पार्टी की सहमति के बिना ही मंत्री पद स्वीकार कर लिया था।’’
सिंह ने अपना राज्यसभा कार्यकाल समाप्त होने से एक दिन पहले बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था और गृह राज्य लौटने पर पत्रकारों से बातचीत की थी।
चौधरी ने सिंह के इस दावे पर भी आपत्ति जताई कि वह अपने दम पर राजनीति में ऊपर उठे हैं। चौधरी ने कहा, ‘उनका क्या योगदान है? उन्होंने 2010 में आईएएस से इस्तीफा दिया और उसके बाद पार्टी में शामिल हो गए। वह राजनीति के उतार-चढ़ाव से गुजरे बिना पार्टी में शीर्ष पद पर पहुंचे। वह नीतीश कुमार की कृपा से आगे बढ़े।’’
चौधरी ने सिंह के इस दावे का भी उपहास किया कि वह ‘संगठन निर्माता’ थे जिन्होंने पार्टी के ढांचे को मजबूत बनाने में मदद की। चौधरी ने सवाल किया, ‘क्या उन्हें लगता है कि अगर वह कोई जनसभा संबोधित करने की कोशिश करते हैं तो कुछ सौ लोग भी एकत्र होंगे? हमारे निर्विवाद नेता नीतीश कुमार के अलावा जद (यू) के किसी नेता में उस प्रकार की क्षमता नहीं है’।
चौधरी ने कहा, ‘आरसीपी सिंह को याद रखना चाहिए कि नीतीश कुमार की कृपया के बिना वह कभी राज्यसभा के लिए नहीं चुने जाते।’
भाषा अविनाश पवनेश
पवनेश

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