बिहार की चार लोकसभा सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी

बिहार की चार लोकसभा सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी

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  • Publish Date - April 19, 2024 / 09:13 AM IST,
    Updated On - April 19, 2024 / 09:13 AM IST

पटना, 19 अप्रैल (भाषा) बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत चार सीटों गया, नवादा, औरंगाबाद और जमुई पर कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार सुबह मतदान जारी है।

इन चार सीटों पर 75 लाख से अधिक मतदाता 38 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे।

इन सीटों पर शांतिपूर्ण, निष्पक्ष ढंग और सुचारू रूप से मतदान संपन्न कराए जाने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा लगभग 5,000 मतदान केंद्र बनाये गए हैं जिनमें से अधिकांश को ‘‘संवेदनशील’’ के रूप में चिह्नित किया गया है, क्योंकि इन जिलों में नक्सली हिंसा का लंबा इतिहास रहा है।

इन चार सीटों में से नवादा में सबसे अधिक 20.06 लाख मतदाता हैं, जहां कुल आठ उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।

नवादा में मुख्य रूप से मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य विवेक ठाकुर और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के श्रवण कुशवाहा के बीच है लेकिन पूर्व राजद विधायक राज वल्लभ यादव के छोटे भाई विनोद यादव के निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरने से यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।

गया में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का मुख्य रूप से मुकाबला राजद के कुमार सर्वजीत से है।

पूर्व मंत्री और बोधगया सीट से मौजूदा विधायक सर्वजीत के दिवंगत पिता 1990 के दशक में गया के सांसद थे।

जमुई में मुख्य मुकाबला लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अरुण भारती और राजद की अर्चना रविदास के बीच है।

भारती, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और जमुई से मौजूदा सांसद चिराग पासवान के बहनोई हैं।

जमुई का लगातार दो बार प्रतिनिधित्व करने के बाद चिराग पासवान इस बार अपने पिता दिवंगत रामविलास पासवान की पुरानी सीट हाजीपुर से अपना भाग्य आजमा रहे हैं।

भारती जहां एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से हैं, वहीं अर्चना रविदास एक जमीनी स्तर की राजनीतिक कार्यकर्ता हैं।

औरंगाबाद से भाजपा सांसद सुशील कुमार सिंह लगातार चौथी बार जीत दर्ज करने के इरादे से चुनावी मैदान में उतरे हैं। उनके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी राजद के अभय कुशवाहा हैं, जो पिछले महीने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी और राजग की सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) छोड़ कर राजद में शामिल हो गए थे।

भाषा अनवर गोला

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