राहुल भट्ट का परिवार उनका तबादला चाहता था, लेकिन प्रशासन ने कदम नहीं उठाया: सहयोगियों का दावा

राहुल भट्ट का परिवार उनका तबादला चाहता था, लेकिन प्रशासन ने कदम नहीं उठाया: सहयोगियों का दावा

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  • Publish Date - May 14, 2022 / 09:23 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 09:12 AM IST

(शेख सुहैल)

शेखपोरा (जम्मू-कश्मीर), 14 मई (भाषा)

बडगाम जिले में आतंकवादियों द्वारा मार दिए गए कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट के परिजनों ने उनकी जान पर खतरे का हवाला देते हुए चदूरा से तबादले को लेकर कई प्रयास किए, लेकिन प्रशासन ने इस बाबत कोई कदम नहीं उठाया। राहुल के सहयोगियों ने शनिवार को यह दावा किया।

गौरतलब है कि 2010-11 में जम्मू-कश्मीर में प्रवासियों के लिए विशेष रोजगार पैकेज के तहत क्लर्क की नौकरी पाने वाले भट्ट की आतंकवादियों ने बृहस्पतिवार को बडगाम जिले के चदूरा कस्बे में गोली मारकर हत्या कर दी थी।

प्रधानमंत्री के विशेष रोजगार पैकेज के तहत तैनात कश्मीरी पंडित समुदाय के लोगों ने राहुल की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि राहुल भट्ट की पत्नी ने उनके तबादले का अनुरोध करते हुए कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की थी।

कश्मीरी पंडित सुमदाय के कर्मचारी संजय कुमार ने पीटीआई-भाषा से कहा, ” जब दीपक चंद (अन्य कश्मीरी पंडित) की हत्या की गई थी (पिछले साल अक्टूबर में) तो उन्हें खतरे का अहसास था। उन्हें (राहुल भट्ट) लगता था कि उनके साथ भी कुछ बुरा हो सकता है। उनकी पत्नी दो-तीन बार अधिकारियों के पास गईं, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया।”

कुमार ने कहा कि भट्ट की पत्नी ने अनुरोध किया था कि उनका तबादला बडगाम में उपायुक्त कार्यालय में कर दिया जाये।

वहीं, एक अन्य कर्मचारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर दावा किया कि राहुल भट्ट की पत्नी द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बावजूद उन्हें कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।

भाषा शफीक पवनेश

पवनेश