बिहार के विकास में भाजपा के योगदान पर तेजस्वी ने अमित शाह को बहस की चुनौती दी
बिहार के विकास में भाजपा के योगदान पर तेजस्वी ने अमित शाह को बहस की चुनौती दी
पटना, एक अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के विकास में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के योगदान पर मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बहस के लिए चुनौती दी।
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने पटना में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए शाह पर आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री ने दो दिन पहले गोपालगंज में एक रैली को संबोधित करते हुए उनके पिता लालू प्रसाद यादव को निशाना बनाया था।
तेजस्वी ने कहा, ‘‘अमित शाह, लालू जी को छोड़ दें और मुझसे बात करें। मैं उनके साथ सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हूं, वह समय और स्थान तय करें।’’ तेजस्वी ने दावा किया कि उनके पिता लालू यादव के शासनकाल में बिहार को जो केंद्रीय सहायता मिली थी, वह मौजूदा सरकार की मदद से कहीं अधिक थी। तेजस्वी ने कहा, ‘‘शाह ने दावा किया था कि बिहार में माता सीता का मंदिर बनाया जाएगा जबकि उन्हें नहीं पता कि मंदिर पहले से ही बना हुआ है। जब मैं प्रदेश सरकार में शामिल था, तो इस मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए धन स्वीकृत किया गया था।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘शाह का बिहार दौरा इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में पार्टी के शीर्ष नेताओं के लगातार दौरे किये जाने की भाजपा की रणनीति का हिस्सा था। मैंने दिल्ली चुनाव खत्म होने के तुरंत बाद इसकी भविष्यवाणी की थी। केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा से मंजूरी मिलते ही निर्वाचन आयोग ने बिहार में चुनाव की घोषणा कर दी।’’
तेजस्वी ने कहा, ‘‘अमित शाह को तथ्यों की कोई परवाह नहीं है। परिवारवाद को लेकर हम पर उंगली उठाते हुए। वह (शाह) चिराग पासवान और जीतन राम मांझी जैसे अपने सहयोगियों के बारे में क्यों नहीं बोलते।’’
राजद नेता ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सभी सहयोगी पासवान और मांझी ‘वैचारिक रूप से प्रतिबद्ध होने का दिखावा करते हैं’ लेकिन वक्फ विधेयक पर कोई रुख अपनाने में अनिच्छुक हैं।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को उनके दिवंगत पिता रामविलास पासवान की भी याद दिलाई, जिन्होंने ‘गुजरात दंगों के विरोध में अटल बिहारी वाजपेयी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था और उनके पिता (लालू यादव) के साथ ट्रेन से पाकिस्तान की यात्रा की थी’।
तेजस्वी ने कहा, ‘‘जब लोकसभा में वक्फ विधेयक लाया जाएगा तो हम पूरी ताकत से इसका विरोध करेंगे।’’
तेजस्वी ने पिछले सप्ताह यहां ‘ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’ द्वारा आयोजित प्रदर्शन में अपने और अपने पिता के ‘बीमार होने के बावजूद’ मौजूदगी का जिक्र किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले महीने मधुबनी का दौरा करने वाले हैं, जिससे पहले राजद द्वारा एक ‘समीक्षा बैठक’’ की तस्वीर साझा की गयी है और इसे नीतीश कुमार के लिए ‘एक्जिट प्लान’ करार दिया गया है।
इस बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और केंद्रीय मंत्री व जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन मौजूद थे।
तेजस्वी ने इस बारे में कहा, “यह एक ऐसा मुद्दा है जिसे उठाया जाना चाहिए। हमने पहले कभी ऐसी बैठक नहीं देखी, जिसमें मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक भी मौजूद हों और जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री के अलावा कोई और व्यक्ति कर रहा हो।”
उन्होंने कहा, ‘‘हम अब ललन को भाजपा का व्यक्ति मानते हैं। अपनी कुर्सी की खातिर वह शाह के निर्देशानुसार काम कर रहे हैं। हम नीतीश कुमार के भविष्य को लेकर चिंतित हैं।’’
भाषा अनवर जितेंद्र
जितेंद्र

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