Janjgir-Champa chhattisgarh operation rahul successful Know in 5 points

जीत गई जिंदगी: 5 प्वॉइंट्स में जानें, कैसे सक्सेज हुआ देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन

Operation rahul : बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरे राहुल साहू को सुरक्षित बचाने के लिए देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा।

Edited By :   Modified Date:  November 28, 2022 / 08:38 PM IST, Published Date : June 15, 2022/10:00 am IST

रायपुर। Operation Rahul : छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरे राहुल साहू को सुरक्षित बचाने के लिए देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन सफल रहा। राहुल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। उसे सुरक्षित बाहर निकालने के लिए करीब पांच दिन तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला, तब जाकर 104 घंटे बाद बोरवेल के गड्ढे से बाहर निकाला गया। पांच दिन तक जिला प्रशासन, पुलिस, NDRF, सेना,  SDRF सहित कई सुरक्षा संस्थानों के कर्मचारी रात दिन एक किए हुए थे, तब जाकर देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन सक्सेज हुआ।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

5 प्वॉइंट्स में जानें, कैसे सक्सेज हुआ देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन

 10 जून 2022  Operation Rahul का पहला दिन

  1. दोपहर 3 बजे घर के बोरवेल में गिरा राहुल।
  2. खबर मिलने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू।
  3.  बच्चे को ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए लगाई गई पाइप
  4. राहुल पर नजर रखने वोरवेल में लगाई CCTV कैमरा

11 जून 2022 Operation Rahul का दूसरा दिन

  1. सीएम भूपेश ने वीडियो काल वीडियो कॉल के जरिए राहुल के परिजनों से बातचीत की
  2. सीएम ने रेस्क्यू के हर संभव प्रयास का भरोसा दिया। 

12 जून 2022 Operation Rahul तीसरा दिन

  1.  रेस्क्यू के लिए गुजरात से रोबोट बुलाई गई
  2. राहुल को बचाने के लिए रोबोट से ऑपरेशन शुरू
  3. सफलता नहीं मिली तो टनल खोदने का फैसला लिया गया
  4. टनल खोदने के दौरान आई चट्टान

13 जून 2022 Operation Rahul चौथा दिन

  1.  चट्टान मिलने के बावजूद रेस्क्यू  जारी रखा गया
  2. चट्टान काटने के लिए बिलासपुर से मशीन मंगाई गई
  3.  NDRF, SDRF, जिला प्रशासन की टीम सहित 500 से अधिक लोग रेस्क्यू में जुटे

14 जून 2022 Operation Rahul पांचवां दिन

  1.  देर रात राहुल को बाहर निकाला गया
  2. 104 घंटे बाद बोरवेल से राहुल को बाहर निकाला गया
  3.  बेहतर इलाज के लिए अपोलो अस्पताल भेजा गया
  4. MP-CG का सबसे लंबा रेस्क्यू ऑपरेशन