Leh News: प्रदर्शनकारियों ने भाजपा कार्यालय में लगाई आग, लेह हिल काउंसिल भवन पर भी हुआ पथराव

Leh Ladakh Protest News: इस दौरान लोगों ने लेह में भाजपा कार्यालय में आग लगा दी। इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई है। इतना ही नहीं, सीआरपीएफ की गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया।

Leh News: प्रदर्शनकारियों ने भाजपा कार्यालय में लगाई आग, लेह हिल काउंसिल भवन पर भी हुआ पथराव
Modified Date: September 24, 2025 / 05:52 pm IST
Published Date: September 24, 2025 5:29 pm IST
HIGHLIGHTS
  • सोनम वांगचुक के आंदोलन में छात्रों का हिंसक प्रदर्शन
  • लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग
  • छठी अनुसूची में शामिल करने 15 दिनों से भूख हड़ताल जारी

लेह, लद्दाख: Leh Ladakh Protest , लद्दाख के लोगों द्वारा राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची के तहत लद्दाख को शामिल करने की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने लेह में भाजपा कार्यालय में आग लगा दी। इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई है। इतना ही नहीं, सीआरपीएफ की गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया।

दरअसल, जम्मू-कश्मीर से 5 अगस्त 2019 को धारा 370 हटा दिया गया। इसके बाद इसे दो केंद्रशासित हिस्सों में बांट दिया गया। एक हिस्सा जम्मू-कश्मीर, जहां विधानसभा है और दूसरा हिस्सा लद्दाख, जिसमें लेह और कारगिल शामिल हैं। कुछ साल पहले लद्दाख में एक आंदोलन शुरू हुआ। वहां के लोग पूर्वोत्तर राज्यों की तर्ज पर संविधान की छठी अनुसूची के तहत आदिवासी राज्य का दर्जा देने की मांग करने सड़क पर उतर आए। लद्दाख को अलग राज्य का दर्जा देने के लिए लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसकी अगुवाई इनोवटर और क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक कर रहे हैं।

इन चार प्रमुख मांगों को लेकर प्रदर्शन

Leh Ladakh Protest , लद्दाख में हो रहे विरोध प्रदर्शन के केंद्र में चार मांगें हैं। इनमें पूर्ण राज्य का दर्जा, आदिवासी राज्य का दर्जा, यहां के लोकल को सरकारी नौकरी में आरक्षण मिले और लेह और कारगिल के लिए अलग-अलग लोकसभा सीट हो। वहां के लोग चाहते हैं कि उन्हें ज्यादा अवसर मिले। यही वजह है कि नौकरी में आरक्षण और वहां के स्थानीय लोगों को आदिवासी का दर्जा दिया जाए।

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अलग राज्य क्यों चाहिए

वहां के लोगों की मांग है कि न सिर्फ अलग राज्य, बल्कि संविधान की छटी अनुसूची के तहत इसे आदिवासी राज्य का दर्जा दिया जाए, क्योंकि अगर ऐसा होता है तो यहां के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन नहीं हो पाएगा।केंद्र सरकार ने इस मामले पर निर्णय के लिए 6 अक्टूबर की तारीख तय की है, लेकिन प्रदर्शनकारी इससे पहले समाधान की मांग कर रहे हैं।

पुलिस से हिंसक झड़प

प्रदर्शनकारी, जिनकी पहचान अंचुक और अंचुक डोल्मा के रूप में हुई है, प्रदर्शन के दौरान बेहोश हो गए। उन्हें पास के एक अस्पताल ले जाया गया। इस घटना से सभा में अशांति फैल गई, जिसके कारण लेह हिल काउंसिल भवन पर पथराव हुआ। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com