union budget 2020: मोदी सरकार 2.0 के आम बजट से ये हैं आम आदमी की उम्मीदें

union budget 2020: मोदी सरकार 2.0 के आम बजट से ये हैं आम आदमी की उम्मीदें

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  • Publish Date - January 20, 2020 / 02:51 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:39 PM IST

नई दिल्ली। आगामी 1 फरवरी 2020 को पेश होने जा रहे आम बजट से आर्थिक सुस्ती के दौर में आम आदमी को कई उम्मीदें हैं। एक तरफ जहां व्यापारियों को टैक्स में राहत की उम्मीद है वहीं नौकरीपेशा के लोगों को भी इनकम टैक्स में छूट की उम्मीद है। आम आदमी को भी इस बजट 2020 से कई उम्मीदें हैं। सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था के मद्देनजर इस बजट को लेकर काफी उम्मीदें की जा रही है।

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आम आदमी को उम्मीद है कि सरकार 25 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपये तक की आय पर टैक्स को 25% तक रख सकती है। वहीं 1 करोड़ से अधिक की आय पर 30 फीसदी का टैक्स लिया जाए। लोगों को उम्मीद है कि सरकार सरचार्ज को हटा दें। लोगों को ऐसी उम्मीद हैं कि वित्त मंत्री कॉरपोरेट कर में कमी की तर्ज पर आयकर में भी छूट देगी।

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5 लाख रुपए से 10 लाख रुपए तक की आय पर कर को 20 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी किया जा सकता है। इसी तरह 10 लाख रुपये से 25 लाख रुपये तक की सालाना आय पर कर को भी 30 प्रतिशत से कम कर 20 प्रतिशत किया जा सकता है।

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आम लोगों को उम्मीद है कि सरकार घर खरीदारों को भी राहत देगी। उम्मीद है कि टैक्स से जुड़े नियमों के मुताबिक अपनी रिहाइश के लिए गए होम लोन पर 2 लाख रुपये तक के ब्याज पर कर में छूट का लाभ लिया जा सकता है। होम लोन 2 लाख रुपए तक के ब्याज पर कर में अभी छूट का लाभ मिल रहा है। माना जा रहा है कि सरकार रियल एस्टेट की सुस्ती को देखते हुए इसमें बदलाव कर सकती है।

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विश्लेषकों का कहना है कि सरकार अगर करदाताओं की संख्या बढ़ाने का प्रयास करती है तो स्लैब में बदलाव से राजस्व में कमी की भरपाई की जा सकती है। वर्तमान में 5 लाख रुपए तक की सालाना आय पर टैक्स छूट है। इससे 8.5 लाख रुपये तक की आय वाले भी बचत करके कर के दायरे से बाहर हो सकते हैं।