अदाणी पावर को बिहार में 2,400 मेगावाट की तापीय परियोजना का मिला ठेका

अदाणी पावर को बिहार में 2,400 मेगावाट की तापीय परियोजना का मिला ठेका

अदाणी पावर को बिहार में 2,400 मेगावाट की तापीय परियोजना का मिला ठेका
Modified Date: August 29, 2025 / 10:42 am IST
Published Date: August 29, 2025 10:42 am IST

नयी दिल्ली, 29 अगस्त (भाषा) अदाणी पावर को बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती में तीन अरब डॉलर के निवेश से 2,400 मेगावाट क्षमता का ग्रीनफील्ड ताप विद्युत संयंत्र स्थापित करने का ठेका मिला है।

अदाणी पावर ने शुक्रवार को बयान कहा कि उसे बिहार राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड (बीएसपीजीसीएल) से 25 साल की दीर्घकालिक बिजली खरीद के लिए ठेका मिला है। वह पीरपैंती में स्थापित किए जाने वाले 2,400 मेगावाट (800 मेगावाट x 3) ग्रीनफील्ड अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल संयंत्र से इसकी आपूर्ति करेगा।

इसके बाद दोनों संस्थाओं के बीच विद्युत आपूर्ति समझौते (पीएसए) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

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बिहार राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड (बीएसपीजीसीएल) ने राज्य की दो बिजली कंपनियों उत्तर बिहार विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (एनबीपीडीसीएल) और दक्षिण बिहार विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) की ओर से अदाणी पावर को यह ठेका दिया है।

अदाणी पावर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एस. बी. ख्यालिया ने कहा, ‘‘ बिहार में हमारी आगामी अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल, उच्च दक्षता वाली पीरपैंती परियोजना के साथ हम परिचालन उत्कृष्टता एवं स्थिरता में नए मानक स्थापित कर रहे हैं।’’

इससे पहले, बीएसपीजीसीएल द्वारा शुल्क-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया में अदाणी पावर 6.075 रुपये प्रति किलोवाट घंटा की न्यूनतम आपूर्ति कीमत की पेशकश करके विजेता बनकर उभरी थी।

कंपनी इस संयंत्र और संबंधित बुनियादी ढांचे की स्थापना में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी। इस परियोजना से निर्माण चरण के दौरान 10,000 से 12,000 कर्मियों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की उम्मीद है। साथ ही परिचालन के दौरान 3,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।

बयान के अनुसार, भारत की बिजली मांग के आने वाले वर्षों में तेजी से बढ़ने के आसार हैं, जिसमें अधिकतम मांग वर्तमान 250 गीगावाट से बढ़कर 2031-32 तक 400 गीगावाट और 2047 तक 700+ गीगावाट हो जाएगी। यह तेजी से बढ़ते औद्योगीकरण, शहरीकरण एवं बढ़ती आबादी के कारण होगा।

इसमें कहा गया कि व्यापक स्तर पर चौबीसों घंटे बिजली उपलब्ध कराने की अपनी अंतर्निहित क्षमता के साथ ताप विद्युत हमारी ऊर्जा सुरक्षा की रीढ़ बनी रहेगी।

भाषा निहारिका

निहारिका


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