नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) वाणिज्यिक कोयला खनन नीलामी के तीसरे दिन जिंदल पावर ने छत्तीसगढ़ में जबकि जेएमएस माइनिंग ने मध्य प्रदेश में खदान हासिल किये।
कोयला मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि बोल्डर स्टोन मार्ट ने मध्य प्रदेश में दो कोयला ब्लॉक… गोटीटोरिया (पूर्व) और गोटीटोरिया (पश्चिम) हासिल की। जिंदल पावर ने गारे पलमा-4/1 ब्लॉक के लिये सर्वाधिक ऊंची बोली लगायी और ब्लॉक हासिल किया। खदान में 8.426 करोड़ टन भूगर्भीय भंडार अनुमानित है।
जिंदल पावर के अलावा अडाणी एंटरप्राइजेज और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लि. भी ब्लॉक लेने की दौड़ में शामिल थी।
जेएमएस माइनिंग ने मध्य प्रदेश में उर्तन (उत्तरी) ब्लॉक के लिये सर्वाधिक 9.50 प्रतिशत आय हिस्सेदारी की पेशकश की।
उर्तन ब्लॉक के लिये स्ट्रैटटेक मिनरल रिर्सोसेज प्राइवेट लि. और सनफ्लाग आयरएन एंड स्टील कंपनी लि. भी दौड़ में शामिल थी।
बयान के अनुसार गोटीटोरिया ( पूर्व) और गोटीटोरिया (पश्चिम) खदानों के लिये सर्वाधिक ऊंची बोली बोल्डर स्टोन मार्ट ने लगायी। कंपनी ने 54 प्रतिशत आय हिस्सेदारी की बोली लगायी।
आंध्र प्रदेश मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन और दिलीप बिल्डकॉन जैसी कंपनियां भी इस ब्लॉक के लिये दौड़ में थी।
मंत्रालय ने कहा कि नीलामी के तीसरे दिन चार कोयला खदानों को रखा गया था। इसमें से तीन मध्य प्रदेश में और एक छत्तीसगढ़ में है।
जिन खदानों की बुधवार को नीलामी हुई, उसमें कुल भूगर्भीय भंडार 16.1 करोड़ टन है।
कोयला मंत्रालय ने अबतक 13 खदानों की नीलामी की है।
ई-नीलामी में बोलीदाताओं के बीच अच्छी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। सभी खदानों के लिये न्यूनतम मूल्य से अधिक की बोली आयी है।
जिन बड़ी कंपनियों ने अबतक कोयला ब्लॉक हासिल किये, उसमें वेदांता, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और अरबिंदो रीयल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं।
भाषा
रमण मनोहर
मनोहर
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