नयी दिल्ली, छह अक्टूबर (भाषा) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की तरफ से चेतावनी जारी होने के बाद सवालों के घेरे में आई दवा कंपनी मेडेन फार्मास्युटिकल्स अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और दक्षिण-पूर्व एशिया समेत वैश्विक मौजूदगी रखती है।
डब्ल्यूएचओ ने अपनी चेतावनी में कहा है कि गाम्बिया में बच्चों की मौत का संबंध मेडेन फार्मा के कफ सिरप से जुड़ा हो सकता है। इस चेतावनी के बारे में प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किए जाने पर कंपनी ने ईमेल का जवाब नहीं दिया है।
कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, भारत में इसके दो विनिर्माण संयंत्र हरियाणा के कुंडली और पानीपत में हैं। राजधानी दिल्ली के पीतमपुरा में इसका कॉरपोरेट कार्यालय भी है। कंपनी ने वेबसाइट पर खुद को डब्ल्यूएचओ-जीएमपी और आईएसओ 9001-2015 प्रमाणित फार्मा कंपनी बताया है।
मेडेन फार्मास्युटिकल्स ने अपना परिचालन 22 नवंबर, 1990 को शुरू किया था। इसकी वैश्विक मौजूदगी है जिसमें अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया और दक्षिण अमेरिका के देश खास तौर पर उल्लेखनीय हैं। इनके अलावा रूस, पोलैंड और बेलारूस में भी कंपनी की मौजूदगी है।
कंपनी कई तरह के उत्पाद बनाती है जिसमें कैप्सूल, टैबलेट, इंजेक्शन दवा, सिरप और मलहम भी शामिल हैं।
वेबसाइट पर कंपनी के प्रबंध निदेशक नरेश कुमार गोयल का एक संदेश भी नजर आता है जिसमें वह बढ़ते हुए वैश्विक बाजार में पैदा हो रही चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी तैयारियों का जिक्र करते हैं।
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