एर्नाकुलम डेयरी पूरी तरह से सौर ऊर्जा चालित संयंत्र बनने को तैयार: केंद्रीय मंत्री

एर्नाकुलम डेयरी पूरी तरह से सौर ऊर्जा चालित संयंत्र बनने को तैयार: केंद्रीय मंत्री

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  • Publish Date - July 5, 2022 / 10:28 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:09 PM IST

कोच्चि, पांच जुलाई (भाषा) केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने मंगलवार को यहां मिल्मा डेयरी संयंत्र में सौर ऊर्जा परियोजना का नींव रखा। उन्होंने कहा कि यह देश का पहला पूर्ण सौर ऊर्जा संचालित डेयरी संयंत्र बनने की राह पर है। उन्होंने भरोसा जताया कि यह संयंत्र पूरे देश के लिए एक आदर्श बनेगा।

केंद्रीय सूचना, प्रसारण, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी विकास राज्य मंत्री मुरुगन ने कहा कि केंद्र सरकार कई परियोजनाओं को लागू कर रही है और वर्ष 2019 में केंद्र ने डेयरी विकास के लिए एक अलग मंत्रालय बनाया।

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि सौर परियोजना के लागू होने से इस संयंत्र में बिजली की खपत करीब 90 प्रतिशत तक कम हो सकती है।

मुरुगन ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के माध्यम से प्रदान किए गए 11.5 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ मिल्मा डेयरी प्लांट त्रिपुनिथुरा में 2 मेगावाट क्षमता वाली सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित की जाएगी।’’

मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी विकास के क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा लागू की जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में बताते हुए मुरुगन ने कहा कि डेयरी क्षेत्र में हर एक लाख मवेशियों के लिए एक मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई आवंटित की जाएगी।

मंत्री ने बयान में कहा कि केरल में ऐसी 29 इकाइयां स्थापित की जाएंगी।

मुरुगन ने यह भी कहा कि मत्स्य पालन क्षेत्र में स्थापित किए जाने वाले प्रस्तावित पांच ‘मॉडल फिशिंग हार्बर’ में से एक कोच्चि में होगा।

राज्य के डेयरी विकास मंत्री जे चिंचुरानी ने समारोह में डॉ वर्गीज कुरियन की प्रतिमा का अनावरण किया। कुरियन ने डेयरी क्षेत्र में भारत की सफलता को वैश्विक स्तर पर पहुंचाया।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण