नयी दिल्ली, दो जून (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने केनरा बैंक की अगुवाई वाले समूह को कथित रूप से 6,524 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के लिए आईएल एंड एफएस ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क लिमिटेड और उसके तत्कालीन निदेशकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सीबीआई ने अपनी प्राथमिक सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में कथित रूप से आपराधिक साजिश रचने और धोखाधड़ी के साथ-साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मुंबई की कंपनी आईएल एंड एफएस ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क लिमिटेड (आईटीएनएल) और उसके निदेशकों- करुणाकरन रामचंद, दीपक दास गुप्ता, मुकुंद गजानन सप्रे और तत्कालीन मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) दिलीप लालचंद भाटिया को नामजद किया है।
आरोप है कि आरोपी ने कई बैंकिंग व्यवस्थाओं के तहत 19 बैंकों को धोखा देने के लिए आपराधिक साजिश रची। इसमें सबसे बड़ा ऋणदाता केनरा बैंक था।
ऋण की राषि 2018 में गैर-निष्पादित संपत्ति (एनपीए) घोषित कर दी गई और इसके बाद 2021 में इसे ‘धोखाधड़ी’ का मामला घोषित कर दिया गया।
केनरा बैंक ने सीबीआई को भेजी अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि आरोपियों ने धोखाधडी, कोष को इधर-उधर करने, संबंधित और सहयोगी संस्थाओं के बीच लेनदेन और आय तथा व्यय लेखा-जोखा की गलत जानकारी देकर स्वीकृत ऋण सुविधाओं का दुरुपयोग किया। इसी शिकायत के आधार पर सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की।
भाषा अनुराग रमण
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