हिंदुस्तान जिंक में सरकार की हिस्सेदारी की बिक्री का प्रबंधन करने के लिए पांच कंपनियों का चयन

हिंदुस्तान जिंक में सरकार की हिस्सेदारी की बिक्री का प्रबंधन करने के लिए पांच कंपनियों का चयन

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  • Publish Date - August 16, 2022 / 04:44 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:58 PM IST

नयी दिल्ली, 16 अगस्त (भाषा) हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड में सरकार की शेष 29.53 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री का प्रबंधन करने के लिए आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट समेत पांच कंपनियों का चयन किया गया है।

एक अधिकारी ने मंगलवार यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साथ ही, एचडीएफसी बैंक और आईआईएफएल सिक्योरिटीज निवेश बैंकर के रूप में सरकार के साथ काम करेंगे और शेयर बिक्री प्रस्तावों का प्रबंधन करेंगे।

सरकारी अधिकारियों के सामने करीब छह मर्चेंट बैंकरों ने बिक्री के प्रबंधन की पेशकश की थी।

अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स, एचडीएफसी बैंक और आईआईएफएल सिक्योरिटीज जैसे पांच बैंकर का चयन किया गया है।

निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने जुलाई की शुरुआत में हिंदुस्तान जिंक की शेष हिस्सेदारी के प्रबंधन के लिए मर्चेंट बैंकरों से बोलियां आमंत्रित की थीं। बोली लगाने की समयसीमा 28 जुलाई निर्धारित की गई थी।

चयनित मर्चेंट बैंकर विनिवेश के समय पर सरकार की सहायता करने के साथ निवेशकों की प्रतिक्रिया प्राप्त करेंगे। साथ ही नियामकों से मंजूरी प्राप्त करने के अलावा निवेशकों के साथ प्रचार-प्रसार के लिए बैठक आयोजित करेंगे।

हिंदुस्तान जिंक दरअसल खान मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम था। इसके वर्ष 2002 में निजीकरण कर दिया गया था।

वेदांता लिमिटेड की एचजेडएल में वर्तमान में 64.92 प्रतिशत, जबकि सरकार की 29.53 प्रतिशत हिस्सेदारी है। केवल 5.5 प्रतिशत हिस्सेदारी खुदरा निवेशकों के पास है।

भाषा जतिन अजय

अजय