एफटीए से तीन साल में रत्न-आभूषण निर्यात 2.5 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद

एफटीए से तीन साल में रत्न-आभूषण निर्यात 2.5 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद

एफटीए से तीन साल में रत्न-आभूषण निर्यात 2.5 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद
Modified Date: July 24, 2025 / 07:26 pm IST
Published Date: July 24, 2025 7:26 pm IST

मुंबई, 24 जुलाई (भाषा) भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के लिए नए अवसर खोलेगा और अगले तीन साल में क्षेत्र का निर्यात बढ़कर 2.5 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने बृहस्पतिवार यह उम्मीद जताई।

आधिकारिक तौर पर व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौता (सीईटीए) कहे जाने वाले इस समझौते पर बृहस्पतिवार को लंदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष केअर स्टार्मर की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए।

जीजेईपीसी के चेयरमैन किरीट भंसाली ने बयान में कहा, “यह ऐतिहासिक समझौता रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के लिए नए रोमांचक अवसरों के द्वार खोलता है। वर्तमान में, ब्रिटेन को निर्यात 94.1 करोड़ डॉलर का है। शुल्क रियायतों के साथ, यह आंकड़ा अगले तीन वर्षों में बढ़कर 2.5 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।”

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उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र के समग्र द्विपक्षीय व्यापार को अनुमानित सात अरब डॉलर तक बढ़ाने में मदद मिलेगी।

भाषा अनुराग अजय

अजय


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