जी एंटरटेनमेंट ने बोर्ड में फेरबदल की मांग पर कहा, कानून के अनुसार जरूरी कार्रवाई की जाएगी

जी एंटरटेनमेंट ने बोर्ड में फेरबदल की मांग पर कहा, कानून के अनुसार जरूरी कार्रवाई की जाएगी

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  • Publish Date - September 27, 2021 / 05:28 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:23 PM IST

नयी दिल्ली, 27 सितंबर (भाषा) जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लि. (जील) ने अपने दो संस्थागत निवेशकों की प्रबंध निदेशक पुनीत गोयनका को हटाने की मांग के बीच सोमवार को कहा कि वह “मामले में लागू कानून के मुताबिक जरूरी कार्रवाई” करेगी।

दो निवेश कंपनियों – इनवेस्को डेवलपिंग मार्केट्स फंड (पूर्व में इनवेस्को ओपेनहेइमर डेवलपिंग मार्केट्स फंड) और ओएफआई ग्लोबल चाइना फंड एलएलसी ने इस महीने की शुरुआत में गोयनका और दो स्वतंत्र निदेशकों – मनीष चोखानी और अशोक कुरियन को हटाने के लिए एक असाधारण आम बैठक बुलाने की मांग की थी। ये दो कंपनियां जीईईएल में 17.88 प्रतिशत हिस्सेदारी रखती हैं।

चोखानी और कुरियन ने इसके बाद बोर्ड से इस्तीफा दे दिया।

संस्थागत निवेशकों की मांग पर टिप्पणी के लिए संपर्क करने पर जील के एक प्रवक्ता ने कहा कि बोर्ड के संज्ञान में मामले की पूरी जानकारी है। प्रवक्ता ने अधिक जानकारी दिए बिना कहा, ‘कंपनी लागू कानून के मुताबिक जरूरी कार्रवाई करेगी।’

निवेश कंपनियों ने जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजिज लिमिटेड के बोर्ड में अपने स्वयं के छह नामांकित व्यक्तियों की नियुक्ति की भी मांग की थी। इन लोगों में सुरेंद्र सिंह सिरोही, नैना कृष्ण मूर्ति, रोहन धमीजा, अरुणा शर्मा, श्रीनिवास राव अडेपल्ली और गौरव मेहता शामिल हैं।

पिछले हफ्ते, जील ने सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (एसपीएनआई) के साथ एक विलय योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत विलय की गयी इकाई में सोनी की 52.93 प्रतिशत और जील की शेष 47.07 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।

खबरों के मुताबिक इनवेस्को ने सोनी के साथ विलय की योजना का विरोध करते हुए जील को एक और पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि घटनाक्रम से कंपनी के गलत तरीके से महत्वपूर्ण और गंभीर फैसले लेने का पता चलता है। इनवेस्को ने पत्र में गोयनका को हटाने की अपनी मांग दोहरायी है।

भाषा

प्रणव महाबीर

महाबीर