सरकार रुपये के गिरते स्तर को लेकर चिंतित नहीं, अगले साल स्थिति सुधरेगीः सीईए

सरकार रुपये के गिरते स्तर को लेकर चिंतित नहीं, अगले साल स्थिति सुधरेगीः सीईए

सरकार रुपये के गिरते स्तर को लेकर चिंतित नहीं, अगले साल स्थिति सुधरेगीः सीईए
Modified Date: December 3, 2025 / 06:28 pm IST
Published Date: December 3, 2025 6:28 pm IST

नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी. अनंत नागेश्वरन ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये का स्तर 90 के पार होने के बावजूद सरकार इस गिरावट को लेकर चिंतित नहीं है।

इसके साथ ही नागेश्वरन ने कहा कि रुपये में गिरावट मुद्रास्फीति या निर्यात पर प्रतिकूल असर नहीं डाल रही।

उन्होंने उद्योग मंडल सीआईआई के एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा कि रुपया कमजोर होने से निर्यात को समर्थन मिलता है, लेकिन आयात महंगा हो जाता है। लागत बढ़ाने से पेट्रोलियम, इलेक्ट्रॉनिक्स और आभूषण जैसे आयात-निर्भर क्षेत्रों में कीमतों पर दबाव बन सकता है।

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हालांकि, सीईए ने उम्मीद जताई कि डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति में अगले साल सुधार आएगा।

बुधवार को रुपया पहली बार 90 प्रति अमेरिकी डॉलर के स्तर को पार करते हुए 90.21 (अस्थायी) के भाव पर बंद हुआ। इस गिरावट के पीछे विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें मुख्य कारण रहीं।

नागेश्वरन ने भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को लेकर सकारात्मक संकेत देते हुए कहा कि इस साल भारत का एफडीआई आंकड़ा 100 अरब डॉलर से अधिक रह सकता है।

चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में कुल एफडीआई लगभग 50 अरब डॉलर रहा है जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 42.3 अरब डॉलर था।

वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का कुल एफडीआई लगभग 81.04 अरब डॉलर रहा, जो सालाना आधार पर 14 प्रतिशत अधिक था।

नागेश्वरन ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद एफडीआई का स्वरूप बदल गया है। कई देश अब स्थानीय स्तर पर उत्पादन पर ध्यान दे रहे हैं जिससे कंपनियां अब अपने देश के भीतर निवेश करने लगी हैं।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय


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