हिन्दुस्तान यूनिलीवर का चौथी तिमाही एकीकृत शुद्ध लाभ 13 प्रतिशत बढ़कर 2,190 करोड़ रुपये हुआ

हिन्दुस्तान यूनिलीवर का चौथी तिमाही एकीकृत शुद्ध लाभ 13 प्रतिशत बढ़कर 2,190 करोड़ रुपये हुआ

  •  
  • Publish Date - April 29, 2021 / 12:47 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:00 PM IST

नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) रोज मर्रा के उपभोग का सामान बनाने वाली एफएमसीजी कंपनी हिन्दुस्तान यूनिलीर लिमिटेड (एचयूएल) ने बृहस्पतिवार को कहा कि 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही के दौरान कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 13 प्रतिशत बढ़कर 2,190 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान विभिन्न कारोबारी श्रेणियों में अच्छी वृद्धि दर्ज की गई।

एचयूएल ने नियामकीय सूचना में कहा है कि एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी ने 1,938 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया था।

कंपनी ने कहा कि चौथी तिमाही के दौरान उसकी एकीकृत कुल आय 12,542 करोड़ रुपये हो गई जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 12,235 करोड़ रुपये पर रही थी।

एचयूएल ने कहा कि चौथी तिमाही के दौरान उसे कारोबार में 16 प्रतिशत तक की मात्रात्मक वृद्धि हासिल हुई है। घरेलू देखभाल के सामान में लगातार मजबूत प्रदर्शन रहा है। खाद्य और तरोताजा करने वाले उत्पादों की श्रेणी में 36 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। कंपनी के सभी चाय ब्रांड में भी उच्च द्विअंकीय वृद्धि रही है।

मूल्य वृद्धि के प्रभाव के बारे में एचयूएल ने कहा कि इस दिशा में हमारी सोची समझी रणनीति से हमें अपना बिजनेस मॉडल बेहतर रखने में मदद मिली है। हालांकि इस दौरान वनस्प!ति तेलों के दाम लगातार रिकार्ड ऊंचाई पर बने रहे।

वित्त वर्ष 2020- 21 के दौरान कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 18 प्रतिशत बढ़कर 7,999 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले इसी अवधि में यह 6,756 करोड़ रुपये रहा था। वहीं वर्ष के दौरान एकीकृत कुल आय 47,438 करोड़ रुपये तक पहुंच गई जो कि इससे पिछले साल 40,415 करोड़ रुपये रही थी।

एचयूएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने कहा, ‘‘राजस्व और शुद्ध लाभ दोनों के मामले में हमारा तिमाही प्रदर्शन मजबेूत रहा है। समाप्त वित्त वर्ष के दौरान चुनौतीपूर्ण समय होने के बावजूद हमार कारोबार मजबूती के साथ बढ़ा है और उसकी समूची उत्पाद श्रृंखला में लचीलापन बना रहा।’’

परिणामों की घोषणा के बाद एक आभासी संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर शुरु होने के बावजूद ग्रामीण इलाकों में वृद्धि का क्रम जारी है।

भाषा

महाबीर मनोहर

मनोहर