आईआईएचएल ने आरकैप का अधिग्रहण पूरा किया, बुधवार को मिलेगा प्रबंधन नियंत्रण

आईआईएचएल ने आरकैप का अधिग्रहण पूरा किया, बुधवार को मिलेगा प्रबंधन नियंत्रण

आईआईएचएल ने आरकैप का अधिग्रहण पूरा किया, बुधवार को मिलेगा प्रबंधन नियंत्रण
Modified Date: March 18, 2025 / 08:06 pm IST
Published Date: March 18, 2025 8:06 pm IST

मुंबई, 18 मार्च (भाषा) हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) ने कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए बोली की समूची राशि कर्जदाताओं को हस्तांतरित करके लेनदेन पूरा कर लिया है।

आईआईएचएल के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

हिंदुजा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारी तरफ से लेनदेन पूरा हो गया है। जब हम बात कर रहे हैं, पैसा एक एस्क्रो खाते से दूसरे एस्क्रो खाते में स्थानांतरित हो रहा है।’’

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रिलायंस कैपिटल (आरकैप) के प्रबंधन का हस्तांतरण बुधवार को होने की संभावना है।

हिंदुजा ने कहा कि रिलायंस कैपिटल के मूल्य सृजन की यात्रा अब शुरू होगी। उन्होंने कहा कि रिलायंस कैपिटल के कारोबार का मूल्य कम-से-कम 20,000 करोड़ रुपये होगा।

उन्होंने कहा कि आईआईएचएल अब आरकैप के समूचे कारोबार की समीक्षा करेगी और उसके हिसाब से जरूरी कोष डालने पर फैसला किया जाएगा।

आरकैप की अनुषंगी इकाइयों के संबंध में हिंदुजा ने कहा कि इसकी लगभग 39-40 इकाइयां हैं और नया प्रबंधन उनमें से कई को बेच देगा क्योंकि वे ज्यादातर छोटे व्यवसायों वाली छोटी कंपनियां हैं।

इसके साथ ही हिंदुजा ने आश्वासन दिया कि वित्तीय सेवा फर्म आरकैप में कार्यरत 1.28 लाख कर्मचारियों के हितों की यथासंभव रक्षा की जाएगी।

इस अधिग्रहण के साथ आईआईएचएल का अपने बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा पोर्टफोलियो का विस्तार करने का इरादा है।

आईआईएचएल अप्रैल, 2023 में 9,650 करोड़ रुपये की बोली के साथ कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत सफल समाधान आवेदक के रूप में उभरी थी।

इस साल की शुरुआत में आईआईएचएल ने भारतीय रिजर्व बैंक, भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) और संबंधित शेयर एवं जिंस बाजारों से सभी जरूरी मंजूरियां हासिल कीं।

अनिल धीरूभाई अंबानी समूह से जुड़ी आरकैप के निदेशक मंडल को रिजर्व बैंक ने कंपनी संचालन में खामियों और भुगतान चूक के कारण नवंबर, 2021 में निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने नागेश्वर राव वाई को कंपनी का प्रशासक नियुक्त किया था।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय


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