पाकिस्तान को वित्तीय सहायता पर आईएमएफ ने कहा- उसने सभी शर्तें पूरी कीं

पाकिस्तान को वित्तीय सहायता पर आईएमएफ ने कहा- उसने सभी शर्तें पूरी कीं

पाकिस्तान को वित्तीय सहायता पर आईएमएफ ने कहा- उसने सभी शर्तें पूरी कीं
Modified Date: May 23, 2025 / 03:11 pm IST
Published Date: May 23, 2025 3:11 pm IST

वाशिंगटन, 23 मई (भाषा) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि उसके कार्यकारी बोर्ड ने इस महीने पाकिस्तान को एक अरब डॉलर की सहायता दी है, क्योंकि उसे पता चला है कि देश ने सभी शर्तें और लक्ष्य पूरे कर लिए हैं।

वैश्विक निकाय के संचार विभाग की निदेशक जूली कोजैक ने कहा कि आईएमएफ ने पिछले साल सितंबर में पाकिस्तान को दी गई विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की समीक्षा की और उसके आधार पर बोर्ड ने नौ मई को राशि को मंजूरी दी।

आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड ने पाकिस्तान को हालिया सहायता को मंजूरी दे दी, जबकि भारत को आशंका है कि इस धनराशि का इस्तेमाल सीमा पार आतंकवाद के लिए किया जा सकता है।

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भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 16 मई को आईएमएफ पर वित्तीय सहायता पर पुनर्विचार करने का दबाव डाला और कहा कि इस्लामाबाद इसका एक बड़ा हिस्सा आतंकवादी ढांचे को वित्तपोषित करने के लिए इस्तेमाल कर सकता है।

कोजैक ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड ने पिछले साल सितंबर में पाकिस्तान के ईएफएफ कार्यक्रम को मंजूरी दी थी और उस समय पहली समीक्षा 2025 की पहली तिमाही के लिए निर्धारित की गई थी।

उन्होंने कहा कि समीक्षा पूरी होने के बाद हालिया सहायता प्रदान की गई। साथ ही, कोज़ैक ने कहा कि स्थापित कार्यक्रम शर्तों से कोई भी विचलन पाकिस्तान कार्यक्रम के तहत भविष्य की समीक्षाओं को प्रभावित करेगा।

उन्होंने कहा, “मैं यहां इस बात पर ज़ोर देना चाहती हूं कि यह कार्यक्रमों के तहत एक मानक प्रक्रिया का हिस्सा है कि हमारा कार्यकारी बोर्ड ऋण कार्यक्रमों की प्रगति का आकलन करने के लिए समय-समय पर समीक्षा करता है।

आईएमएफ अधिकारी ने कहा, “बोर्ड विशेष रूप से इस बात पर ध्यान देता है कि क्या कार्यक्रम सही दिशा में चल रहा है, क्या कार्यक्रम के अंतर्गत शर्तें पूरी हो गई हैं, और क्या कार्यक्रम को वापस सही दिशा में लाने के लिए कोई नीतिगत परिवर्तन आवश्यक है।”

उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के मामले में, हमारे बोर्ड ने पाया कि पाकिस्तान ने वास्तव में सभी लक्ष्य पूरे कर लिए हैं। उसने कुछ सुधारों पर प्रगति की है। इसी कारण, बोर्ड ने आगे बढ़कर कार्यक्रम को मंजूरी दे दी।”

पाकिस्तान के मामले को सामान्य रूप से समझाते हुए उन्होंने कहा कि ईएफएफ के अंतर्गत प्राप्त सभी धनराशियां केंद्रीय बैंक के भंडार में आवंटित की जाती हैं।

भाषा अनुराग पाण्डेय

पाण्डेय


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