नयी दिल्ली, 28 अप्रैल (भाषा) भारत में यात्री वाहन उद्योग की वार्षिक वृद्धि दर घटकर दो से चार प्रतिशत रहने के बावजूद चालू वित्त वर्ष 2025-26 में कुल बिक्री के रिकॉर्ड 50 लाख इकाई तक पहुंचने के आसार हैं।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल रेटिंग्स ने एक बयान में कहा, नई पेशकश और उच्च कीमतों, चार्जिंग से जुड़े बुनियादी ढांचे की कमी और …बैटरी की लागत में गिरावट के बावजूद इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की पहुंच मध्यम तीन से 3.5 प्रतिशत पर देखी जा रही है।
इसमें कहा गया, ईवी खंड में वृद्धि पिछले साल दोगुनी होने के बाद धीमी हो गई है।
क्रिसिल रेटिंग्स ने कहा, ‘‘भारत का यात्री वाहन (पीवी) उद्योग चालू वित्त वर्ष 2025-26 में नई ऊंचाई को छूने के लिए तैयार है, जिसमें घरेलू तथा निर्यात मात्रा कुल मिलाकर 50 लाख इकाई को पार कर जाएगी। हालांकि वार्षिक वृद्धि दर दो से चार प्रतिशत तक धीमी होने के आसार हैं।’’
रेटिंग एजेंसी ने निर्यात के मोर्चे पर कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बीच वित्त वर्ष 2025-26 में वृद्धि दर घटकर पांच से सात प्रतिशत रहने के आसार हैं…।
इसमें कहा गया, ‘‘ जून 2025 से प्रभावी 25 प्रतिशत अमेरिकी शुल्क से सीमित जोखिम उत्पन्न होगा, क्योंकि कुल यात्री वाहन (पीवी) मात्रा में अमेरिका की हिस्सेदारी करीब एक प्रतिशत ही है।’’
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