कोलकाता, 10 मई (भाषा) भारतीय चाय संघ (आईटीए) ने मुश्किलों में घिरे दार्जिलिंग चाय उद्योग को समर्थन देने के लिए शुक्रवार को केंद्र से वित्तीय सहायता की अपनी अपील दोहराई।
आईटीए ने कहा कि घटती पैदावार और गिरती कीमतों के कारण दार्जिलिंग में स्थिति गंभीर है। ऐसे में वित्तीय राहत पैकेज के बगैर दार्जिलिंग चाय उद्योग का अस्तित्व खतरे में है।
उसने सरकार से मार्च, 2022 में वाणिज्य मामले पर संसदीय स्थायी समिति द्वारा अनुमोदित वित्तीय पुनरुद्धार पैकेज पर विचार करने और कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
आईटीए ने चाय बोर्ड के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि प्रतिकूल मौसम की स्थिति ने असम और पश्चिम बंगाल में चाय उत्पादन को प्रभावित किया है, जिससे उत्पादन में उल्लेखनीय कमी आई है।
आईटीए ने कहा कि जनवरी-दिसंबर, 2023 में भारत से चाय का निर्यात घटकर 22.79 करोड़ किलोग्राम रह गया जबकि वर्ष 2022 में 23.10 करोड़ किलोग्राम निर्यात किया गया था।
भाषा राजेश राजेश प्रेम
प्रेम
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)