यूपी अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में 3,900 से अधिक एमओयू, 12,500 करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद

यूपी अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में 3,900 से अधिक एमओयू, 12,500 करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद

यूपी अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में 3,900 से अधिक एमओयू, 12,500 करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद
Modified Date: September 29, 2025 / 08:51 pm IST
Published Date: September 29, 2025 8:51 pm IST

ग्रेटर नोएडा, 29 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (यूपीआईटीएस) के तीसरे संस्करण में विदेशी खरीदारों और भारतीय विक्रेताओं की सक्रिय हिस्सेदारी के बीच 3,900 से अधिक समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए जबकि 12,500 करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है। निर्यातकों के शीर्ष निकाय फियो ने सोमवार को यह जानकारी दी।

फियो ने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 25 से 29 सितंबर के बीच यहां आयोजित यूपीटीआईएस 2025 के दौरान ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) प्रदर्शनी को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। इससे उत्तर प्रदेश की स्थिति एक अनूठे, उच्च गुणवत्ता वाले और विविध उत्पादों के केंद्र के रूप में मजबूत हुई है।

वैश्विक खरीदारों और भारतीय निर्यातकों के बीच कंपनी स्तर की 31,650 से अधिक बैठकें आयोजित की गईं। इस दौरान 42.5 करोड़ डॉलर मूल्य के 3,900 से अधिक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

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फियो ने इस बी2बी कार्यक्रम की नोडल एजेंसी के रूप में इन बैठकों का आयोजन किया। उसने इस कार्यक्रम से 12,500 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद जताई है।

फियो के अध्यक्ष एस. सी. रल्हन ने कहा, ‘यूपीआईटीएस 2025 का दायरा और परिणाम भारत की व्यापारिक क्षमता में बढ़ते अंतरराष्ट्रीय विश्वास और उत्तर प्रदेश के उत्पादों में गहरी रुचि को दर्शाते हैं। रिकॉर्ड एमओयू और वाणिज्यिक पूछताछ, वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए भारतीय निर्यातकों की तत्परता को रेखांकित करते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस आयोजन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सही परिवेश और वैश्विक पहुंच के साथ उत्तर प्रदेश भारत की निर्यात वृद्धि की गाथा में एक प्रमुख चालक के रूप में उभर सकता है।’

इस व्यापार मेले में ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूएई (दुबई) और नेपाल, भूटान, श्रीलंका, केन्या एवं युगांडा जैसे क्षेत्रीय भागीदारों सहित 88 देशों ने भाग लिया।

उत्तर प्रदेश के 2,400 से अधिक विक्रेताओं ने हस्तशिल्प, वस्त्र, इंजीनियरिंग सामान, खाद्य, औषधि और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में अपने उत्पाद प्रदर्शित किए।

भाषा रमण प्रेम

प्रेम


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