सोलह मार्च तक उच्च तापमान दबाव की आशंका नहीं होने से गेहूं उत्पादन को लेकर चिंता नहीं: आईएआरआई |

सोलह मार्च तक उच्च तापमान दबाव की आशंका नहीं होने से गेहूं उत्पादन को लेकर चिंता नहीं: आईएआरआई

सोलह मार्च तक उच्च तापमान दबाव की आशंका नहीं होने से गेहूं उत्पादन को लेकर चिंता नहीं: आईएआरआई

: , February 23, 2023 / 08:42 PM IST

नयी दिल्ली, 23 फरवरी (भाषा) भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने बृहस्पतिवार को कहा कि गेहूं उत्पादन को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि 16 मार्च तक गेहूं के पकने के समय उच्च तापमान दबाव की संभावना कम है।

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के निदेशक ए के सिंह ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अब तक तापमान के पूर्वानुमान के आधार पर चिंता करने का कोई कारण नहीं है। संस्थान ने 30 दिनों के लिए मौसम का पूर्वानुमान दिया है।

भारत का गेहूं उत्पादन फसल वर्ष 2021-22 (जुलाई-जून) में घटकर 10 करोड़ 77.4 लाख टन रह गया जो उत्पादन उसके पिछले वर्ष में 10 करोड़ 95.9 लाख टन था। इस गिरावट का कारण कुछ प्रमुख उत्पादक राज्यों में लू का चलना था।

गेहूं, एक प्रमुख रबी (सर्दियों) की फसल है, जो अगले महीने कटाई के लिए तैयार हो जाएगी।

सिंह ने कहा, ‘‘हालांकि फरवरी गर्म रहा है, जिसकी मुख्य वजह शुष्क मौसम है। इसका कारण पश्चिमी विक्षोभ के कारण होने वाली बारिश के न होने से नमी की कमी होना है। लेकिन चूंकि गेहूं इस अवधि के दौरान फूलों की अवस्था में रहता है, इसलिए गेहूं पर कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है।’’

हाल ही में, केंद्र ने गेहूं की फसलों पर बढ़ते तापमान के संभावित प्रभाव का आकलन करने और किसानों को आवश्यक सलाह जारी करने के लिए एक समिति का गठन किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मार्च के लिए अधिकतम और न्यूनतम तापमान के पूर्वानुमान को देखते हुए, जब गेहूं अनाज भराव होने की अवस्था में है, 16 मार्च तक गेहूं पकने के दौरान तापमान में होने वाली वृद्धि का दबाव (टर्मिनल हीट) की संभावना कम है क्योंकि दैनिक औसत तापमान 32 डिग्री सेल्सियस को पार करने की उम्मीद नहीं है।’’

सिंह ने बुधवार को पीटीआई-भाषा को बताया था कि अभी स्थिति चिंताजनक नहीं है, हालांकि उन्होंने किसानों को सलाह दी कि मार्च के मध्य में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने की स्थिति में हल्की सिंचाई जैसे आकस्मिक उपाय करने के लिए तैयार रहें।

उन्होंने कहा, ‘‘आईएमडी (भारत मौसम विज्ञान विभाग) ने अनुमान लगाया है कि मार्च के पहले पखवाड़े तक तापमान सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहेगा लेकिन 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहेगा। 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे तापमान का रहना, गेहूं की फसल के लिए चिंता का विषय नहीं है।’’

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण

 

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