चालू खरीफ सत्र में धान की बुवाई 4.3 प्रतिशत बढ़ी: सरकारी आंकड़ा |

चालू खरीफ सत्र में धान की बुवाई 4.3 प्रतिशत बढ़ी: सरकारी आंकड़ा

चालू खरीफ सत्र में धान की बुवाई 4.3 प्रतिशत बढ़ी: सरकारी आंकड़ा

:   Modified Date:  August 18, 2023 / 08:15 PM IST, Published Date : August 18, 2023/8:15 pm IST

नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) चालू खरीफ सत्र में देशभर में अबतक धान की बुवाई का रकबा 4.33 प्रतिशत बढ़कर 360.79 लाख हेक्टेयर हो गया है। इसका कारण ओडिशा, आंध्र प्रदेश, असम और कर्नाटक में बुवाई में कमी थी, उसमें अब तेजी आई है। शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।

एक साल पहले इसी अवधि में मुख्य खरीफ फसल, धान की बुवाई 345.79 लाख हेक्टेयर में की गयी थी। देश का लगभग 80 प्रतिशत चावल खरीफ सत्र के दौरान उगाया जाता है। सत्र आम तौर पर जून से सितंबर तक का होता है।

कृषि मंत्रालय के मौजूदा खरीफ सत्र के 18 अगस्त तक के आंकड़ों के अनुसार, ओडिशा में 24.80 लाख हेक्टेयर में धान बोया गया था, जो कि एक साल पहले की अवधि से 0.43 लाख हेक्टेयर कम है।

इसी तरह, असम में इसकी बुवाई 16.61 लाख हेक्टेयर में हुई, जो एक साल पहले की अवधि से 0.61 लाख हेक्टेयर कम है।

आंध्र प्रदेश में धान की बुवाई का रकबा 18 अगस्त तक 8.29 लाख हेक्टेयर था, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से 1.53 लाख हेक्टेयर कम है।

हालांकि, दलहन की बुवाई पिछड़ रही है। इसका रकबा 114.92 लाख हेक्टेयर है, जो एक साल पहले की तुलना में 11.59 लाख हेक्टेयर कम है।

मध्य प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में तुअर, उड़द और मूंग के खेती का रकबा कम था।

तिलहनों की बुवाई भी चालू खरीफ सत्र में अब तक 185.91 लाख हेक्टेयर रही, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह रकबा 189.08 लाख हेक्टेयर था।

आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में मोटे अनाज का रकबा 173.60 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 176.39 लाख हेक्टेयर हो गया।

नकदी फसलों में गन्ने का रकबा थोड़ा अधिक यानी 56.06 लाख हेक्टेयर रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 55.32 लाख हेक्टेयर था।

इस सत्र में अब तक कपास का रबका भी थोड़ा घटकर 121.86 लाख हेक्टेयर रहा जबकि पिछले साल इसी समय में यह रकबा 124.21 लाख हेक्टेयर था।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण

 

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