निजी पूंजीगत व्यय 2024-25 की दूसरी छमाही में बढ़ेगा: मुख्य अर्थशास्त्री, कोटक बैंक

निजी पूंजीगत व्यय 2024-25 की दूसरी छमाही में बढ़ेगा: मुख्य अर्थशास्त्री, कोटक बैंक

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  • Publish Date - May 21, 2024 / 04:48 PM IST,
    Updated On - May 21, 2024 / 04:48 PM IST

नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) कोटक महिंद्रा बैंक की मुख्य अर्थशास्त्री उपासना भारद्वाज ने मंगलवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में होटल और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में निजी निवेश बढ़ने की संभावना है।

इससे पहले बीते वर्षों के दौरान सरकार ने बुनियादी ढांचे के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए पूंजीगत व्यय में उल्लेखनीय वृद्धि की।

सरकार आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए पूंजीगत व्यय पर जोर दे रही है, जिसके चलते कोविड महामारी के बाद वृद्धि की गति बनाए रखने में मदद मिली।

भारद्वाज ने एक साक्षात्कार में पीटीआई वीडियो को बताया, ‘‘हम इसकी (निजी निवेश में पुनरुद्धार) दहलीज पर हैं। मुझे निजी क्षेत्र के पूंजीगत व्यय में बढ़ोतरी की उम्मीद है, लेकिन मुख्य रूप से दूसरी छमाही (अक्टूबर-मार्च) से ऐसा होगा।’’

मौद्रिक संदर्भ में बजट 2024-25 में पूंजीगत व्यय आवंटन में वृद्धि हुई है, लेकिन प्रतिशत के संदर्भ में आवंटन में वृद्धि घटकर 11 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले तीन वित्त वर्षों में लगभग 35 प्रतिशत थी।

भारद्वाज ने कहा, ‘‘हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र के पूंजीगत व्यय में थोड़ी कमी आने का अनुमान है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि अगली दो तिमाहियों में निजी क्षेत्र में काफी सुधार देखने को मिलेगा।’’

उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में निजी निवेश में तेजी के शुरुआती संकेत दिख रहे हैं, जो बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे से जुड़े हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए न केवल सार्वजनिक, बल्कि निजी क्षेत्र में भी बुनियादी ढांचा या निर्माण से जुड़े क्षेत्र अबतक अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि हम निजी क्षेत्र के अन्य क्षेत्रों में भी पूंजीगत व्यय में बढ़ोतरी देखेंगे।’’

भारद्वाज ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि होटल, पर्यटन क्षेत्र अब भी काफी पीछे हैं और यहां हमने पिछले कुछ वर्षों से क्षमता विस्तार नहीं देखा है। यही वह क्षेत्र है, जहां उल्लेखनीय तेजी देखने को मिलेगी।’’

भाषा पाण्डेय अजय

अजय