डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे चढ़कर 83.11 प्रति डॉलर पर

डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे चढ़कर 83.11 प्रति डॉलर पर

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  • Publish Date - May 24, 2024 / 06:27 PM IST,
    Updated On - May 24, 2024 / 06:27 PM IST

मुंबई, 24 मई (भाषा) अन्तरबैंक विदेशीमुद्रा बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे की मजबूती के साथ 83.11 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों के ताजा निवेश तथा भारतीय रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप के कारण रुपये में मजबूती आई।

विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने इस तेजी का श्रेय 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष के लिए रिजर्व बैंक द्वारा सरकार को दिए गए 2.11 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड लाभांश को दिया। यह बजटीय लक्ष्य से दोगुना है। इससे नई सरकार के कार्यभार संभालने से पहले राजस्व बढ़ाने में मदद मिली।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.26 प्रति डॉलर पर खुला तथा कारोबार के दौरान 83.03 से 83.26 प्रति डॉलर के दायरे में रहने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 18 पैसे की तेजी के साथ 83.11 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। पिछले चार कारोबारी सत्रों में रुपया, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 39 पैसे मजबूत हुआ है।

बृहस्पतिवार को ‘बुद्ध पूर्णिमा’ के अवसर पर विदेशी मुद्रा बाजार बंद था।

बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया दो पैसे मजबूत होकर 83.29 पर बंद हुआ।

शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के संभावित हस्तक्षेप से भारतीय रुपये में तेजी आई। रिजर्व बैंक के सरकार को दिए गए 2.11 लाख करोड़ रुपये के लाभांश से भी बाजार की धारणा को बल मिला।’’

विदेशी संस्थागत निवेशकों के ताजा निवेश प्रवाह और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से भी रुपये को समर्थन मिला। अमेरिकी आंकड़ों और फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के ब्योरों के बीच बाजार ने दरों में कटौती की, जिससे अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ।’’

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.88 रह गया।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 7.65 अंक की गिरावट के साथ 74,410.39 अंक पर बंद हुआ।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.70 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80.79 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।

चौधरी ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि सकारात्मक घरेलू शेयर बाजार और कच्चे तेल की कीमतों में कमजोर रुख के कारण रुपया सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। हालांकि, कमजोर वैश्विक बाजार और अमेरिका में बेतहर आंकड़ों से डॉलर में मजबूती तेज बढ़त पर रोक लगा सकती है।’’

व्यापारी टिकाऊ वस्तुओं के ऑर्डर और अमेरिका से संशोधित उपभोक्ता धारणा आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में लिवाल रहे और उन्होंने पिछले कारोबारी सत्र में शुद्ध रूप से 4,670.95 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। भाषा राजेश राजेश रमण

रमण