स्बरबैंक, जेएससी फर्स्ट एसेट मैनेजमेंट ने एक नया म्यूचुअल फंड ‘फर्स्ट-इंडिया’ किया पेश

स्बरबैंक, जेएससी फर्स्ट एसेट मैनेजमेंट ने एक नया म्यूचुअल फंड ‘फर्स्ट-इंडिया’ किया पेश

स्बरबैंक, जेएससी फर्स्ट एसेट मैनेजमेंट ने एक नया म्यूचुअल फंड ‘फर्स्ट-इंडिया’ किया पेश
Modified Date: December 4, 2025 / 05:46 pm IST
Published Date: December 4, 2025 5:46 pm IST

नयी दिल्ली, चार दिसंबर (भाषा) रूस के सबसे बड़े बैंक ‘स्बरबैंक और जेएससी फर्स्ट एसेट मैनेजमेंट ने एक नया म्यूचुअल फंड ‘फर्स्ट-इंडिया’ पेश किया है जो निफ्टी 50 सूचकांक के प्रदर्शन से जुड़े निवेश की पेशकश करता है। इससे रूसी खुदरा निवेशकों को भारत के शेयर बाजार में सीधे निवेश का मौका मिलेगा।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बृहस्पतिवार से शुरू हो रही लगभग 27 घंटे की भारत यात्रा के बीच यह घोषणा हुई है।

शेयर बाजार ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि इस फंड की पेशकश की घोषणा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई) में आयोजित एक कार्यक्रम में स्बरबैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं कार्यकारी बोर्ड के चेयरमैन हरमन ग्रेफ ने अपनी भारत की व्यावसायिक यात्रा के दौरान की।

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ग्रेफ ने कहा, ‘‘ हम अपने रूसी ग्राहकों के लिए निवेश के अवसरों का एक और द्वार खोल रहे हैं इस बार दक्षिण एशिया में..हमारा नया उत्पाद दुनिया के प्रमुख आर्थिक बाजारों में से एक भारतीय शेयर बाजार में निवेश का एक सुविधाजनक तरीका प्रदान करता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ अब तक, भारतीय परिसंपत्तियों में निजी निवेश चाहने वाले रूसी निवेशकों के लिए कोई सीधा विकल्प मौजूद नहीं था। हालांकि, हमने दोनों देशों के बीच एक नया और कुशल वित्तीय सेतु बनाया है।’’

एनएसई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी आशीष कुमार चौहान ने कहा कि यह पहल भारतीय बाजारों में मजबूत विश्वास को दर्शाती है तथा भारत-रूस वित्तीय सहयोग को और मजबूत बनाती है।

निफ्टी-50 सूचकांक एनएसई का एक प्रमुख सूचकांक है जिसमें बाजार पूंजीकरण के हिसाब से देश की शीर्ष 50 कंपनियों के शेयर शामिल हैं। यह वैश्विक स्तर पर बाजार सहभागियों के बीच सबसे अधिक अनुसरण किए जाने वाले सूचकांकों में से एक है।

भारत में 45 से अधिक ‘पैसिव फंड’ जबकि देश के बाहर 22 अतिरिक्त ‘पैसिव फंड’ निफ्टी-50 सूचकांक को ‘ट्रैक’ करते हैं। इसके तहत निवेश सूचकांक में शामिल कंपनियों में किया जाता है ताकि बाजार के बराबर रिटर्न प्राप्त किया जा सके।

भाषा निहारिका रमण

रमण


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